उप्र : होलसेल कॉपियों के कारोबार में आयी 70 प्रतिशत गिरावट

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लखनऊ, 27 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में कोरोना के कारण दो वर्षों से स्कूल, कॉलेजों के बंद होने से होलसेल कॉपियों के कारोबार में 70 प्रतिशत तक गिरावट आई है। दो वर्षों में किताबें तो एक बार बिक गई लेकिन कॉपियों की होलसेल और फुटकर दोनों की बिक्री नहीं हो पाई। लखनऊ में बाबा कॉपी के फुटकर विक्रेता अमरनाथ ने बताया कि वर्ष 2020 और 21 में कोरोना के कारण कॉपियों के कारोबार में सबसे ज्यादा मंदी आई। स्कूल, कॉलेज ना खुलने के कारण कॉपियां खरीदने वाले लोगों से हम दूर हो गए। उन्होंने कहा कि फुटकर में खरीदी जाने वाली कॉपियों का बंडल दुकानों में भरा पड़ा है। कोरोना काल में ना दुकानें खुल रही हैं और ना कॉपियां बिक रही है। ऐसे में कॉपियों के नमी खाने और चूहों के काटे जाने का भी खतरा बराबर बना हुआ है। प्रदेश के जाने-माने कॉपी निर्माता गगन नोटबुक के मालिक राजेंद्र अग्रवाल ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि रेडीमेड स्टॉक भरा पड़ा है। स्कूल कॉलेज ऑनलाइन चल रहे हैं। ऑनलाइन शिक्षा देते समय बच्चों के अभिभावकों द्वारा किताबें तो खरीदी जा रही हैं। कॉपियां उस प्रकार से उपयोग में नहीं है जैसे पहले थी, इसलिए उसे अभिभावक नहीं खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में गगन नोटबुक के नाम से हम कॉपिया सप्लाई करते हैं। मौजूदा हालात में कहीं भी सप्लाई नहीं हो पा रही है और कोई बड़ा ऑर्डर अपने पास दो वर्षों में नहीं आया है। बता दें कि स्कूलों में बच्चों को पीडीएफ फाइल बनाकर भेज दिया जा रहा है और बच्चे उससे अध्ययन कर रहे हैं। आवश्यकता पड़ने पर बच्चों के अभिभावक किताबें स्कूल से ही प्राप्त कर लेते हैं। ऐसे में कॉपियों का कारोबार टूटना लाजमी है। हिन्दुस्थान समाचार/शरद/विद्या कान्त

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