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उन्नाव कांड : भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर रावण को कानपुर सीमा पर पुलिस ने रोका

— पीड़िता से मिलने जा रहे थे रावण, गंगा बैराज पर समर्थकों संग धरने पर बैठे कानपुर, 22 फरवरी (हि.स.)। उन्नाव की तीन दलित युवतियों को जहर दिये जाने और उनमें से दो की मौत के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया। विपक्ष लगातार सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर आरोप लगा रहा है। ऐसे में दलितों के बीच अपनी पैठ मजबूत कर रहे भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण भी पीछे नहीं रहने वाले हैं। सोमवार को वह अस्पताल में भर्ती तीसरी युवती को देखने कानपुर पहुंचे, पर पुलिस ने उन्हे सीमा पर ही रोक लिया। पुलिस की कार्रवाई से नाराज रावण समर्थकों संग गंगा बैराज पर ही धरने पर बैठ गया। असोहा थाना क्षेत्र में पांच दिन पहले तीन युवतियां खेत में बेहोशी की हालत में मिली थीं। इनमें दो की मौत इलाज के दौरान हो गयी और गंभीर हालत में तीसरी युवती को पुलिस ने कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया। इसके साथ ही पुलिस ने घटना का खुलासा कर दो आरोपियों को जेल भेज दिया। इस घटना को लेकर सत्ताधारी पार्टी पर विपक्ष लगातार हमलावर है और सरकार को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में भीम आर्मी भी मौका नहीं गंवाना चाहती और घटना के बाद से लगातार रीजेंसी अस्पताल के बाहर कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं। सोमवार को भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण भी पीड़िता से मिलने के लिए कानपुर पहुंचने की बात कही थी। जानकारी होते ही कानपुर पुलिस सक्रिय हो गयी और सीमा पर ही रावण को रोके जाने की योजना बना डाली। गंगा बैराज पर जैसे ही रावण का काफिला पहुंचा तो छावनी में तब्दील गंगा बैराज के इलाके में पुलिस ने रोक लिया। पुलिस की इस कार्रवाई नाराज रावण समर्थकों संग सड़क पर ही धरना दे दिया और पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गयी। समर्थक कई बार प्रयास किये कि अस्पताल किसी तरह से पहुंचा जाये पर पुलिस के सामने एक न चली। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित

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