उमरे ने “वायु से जल जनरेशन” प्रणाली स्थापित किया
उमरे ने “वायु से जल जनरेशन” प्रणाली स्थापित किया

उमरे ने “वायु से जल जनरेशन” प्रणाली स्थापित किया

प्रयागराज, 03 जुलाई (हि.स.)। भूजल के संरक्षण और हवा में उपलब्ध आद्रता का उपयोग करके शुद्ध और खनिज युक्त पेयजल का उत्पादन करने के लिए, उत्तर मध्य रेलवे के ई.एन.एच.एम शाखा ने उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, सूबेदारगंज और मंडल कार्यालय प्रयागराज मण्डल में वायु से जल जनरेटर स्थापित किया है। यह प्लग एंड प्ले टाइप स्वचालित इकाई हवा में उपलब्ध आद्रता का कंडेनसेशन के माध्यम से पानी का उत्पादन करता है और चरणबद्ध फिल्टरेशन और यूवी शोधन प्रक्रिया के बाद प्रतिदिन लगभग सौ लीटर सुरक्षित और खनिज युक्त पेयजल की आपूर्ति करता है। इस इकाई को किसी भी प्लम्बिंग, पाइपिंग आदि की आवश्यकता नहीं होती और यह सामान्य 220 से 240 वोल्ट की विद्युत आपूर्ति से किसी भी इनडोर या आउटडोर वातावरण में उपयोग के लिए उपयुक्त है। वायु मण्डल के तापमान और सापेक्ष आर्द्रता के अनुसार यह उपकरण प्रति दिन 70 से 100 लीटर शुद्ध पेयजल का उत्पादन करने में सक्षम है। इस वायु से जल जनरेटर के माध्यम से उत्पन्न पानी डब्ल्यूएचओ और बीआईएस के मानकों अनुरूप एवं जलशक्ति मंत्रालय द्वारा अनुमोदित है यह पानी खनिज समृद्ध तथा शुद्ध होने के कारण किसी और शोधन प्रक्रिया के बिना प्रयोग की जा सकती है। उपकरण के पैनल पर अत्याधुनिक तापमान और आद्रता नियंत्रक लगे हैं, जिसके माध्यम से विभन्न आंतरिक एवं बाह्य स्थितियों में नियंत्रण किया जाता है। साथ ही आंतरिक वातावरण जैसे कार्यालयों आदि में उपयोग के दौरान बाईअप्रोडक्ट के रूप में सूखी हवा निकलती है जिससे कार्यालय एवं अन्य इंडोर स्थानों पर सुविधाजनक वातावरण बनता है। महाप्रबंधक उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे राजीव चौधरी ने शुक्रवार को उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में स्थापित वायु से जल जनरेटर का निरीक्षण किया और कहा कि इसमें बड़े भंडारण टैंक को लगाकर इसे मौसमी जल संकट वाले स्टेशनों और छोटी रेलवे कालोनियों में स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे ने भूजल संरक्षण की दिशा में कई कार्य किया है, जिसमें 25 लाख लीटर प्रतिदिन स्थापित क्षमता वाले रिसाइकिलिंग संयंत्र के माध्यम से प्रतिवर्ष 15.4 करोड़ लीटर पानी की रिसाइकिलिंग, 17 स्टेशनों का वाटर ऑडिट से पानी का बेहतर उपयोग, 428 लाख लीटर क्षमता वाली कुल छह जल तालाबों की झांसी-बीना खंड आदि में खुदाई आदि शामिल है। 50 हजार लीटर पानी रिसाईकलिंग प्लांट की स्थापना के साथ उत्तर मध्य रेलवे, मुख्यालय पहले ही “जीरो डिस्चार्ज यूनिट” हासिल करने वाली पहली इकाई बन गया है। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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