Those who liked to add 'youth' with them did not think to pursue them: Yogi Adityanath
Those who liked to add 'youth' with them did not think to pursue them: Yogi Adityanath

अपने साथ 'युवा' जोड़ना पसन्द करने वालों की उन्हें आगे बढ़ाने की नहीं थी सोच: योगी आदित्यनाथ

-कहा, प्रदेश का युवा राष्ट्र शक्ति का प्रतीक, कल का नहीं, आज का नागरिक -मुख्यमंत्री ने युवक एवं महिला मंगल दलों को प्रोत्साहन स्वरूप खेल सामग्री की वितरित लखनऊ, 30 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं के नाम पर सियासत करने वाले विरोधी दलों पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि लोग अपने साथ युवा जोड़ना पसन्द करते थे। लेकिन, युवाओं के साथ कोई अच्छा कार्य हो, युवा अच्छी दिशा में आगे बढ़ सकें, उनकी यह सोच ही नहीं थी। इसका दुष्परिणाम होता था कि बड़ी संख्या में युवा नशा की ओर जाता था। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार का स्पष्ट मानना है कि प्रदेश का युवा राष्ट्र शक्ति का प्रतीक है। एक युवक कल का नहीं, आज का नागरिक है। अगर उसका दृष्टिकोण सकारात्मक है तो अपनी ऊर्जा और सकारात्मक प्रतिभा के माध्यम से आज ही उज्ज्वल भविष्य की नींव भी रख देगा। मुख्यमंत्री बुधवार को युवक एवं महिला मंगल दलों को प्रोत्साहन स्वरूप खेल सामग्री वितरण समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर 67,000 से अधिक युवक एवं महिला मंगल दल कार्यरत हैं, जिन्हें यह स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराई जा रही है। जिसमें वॉलीबॉल, फुटबॉल सहित अन्य खेल सामग्री शामिल है। युवाओं के नकारात्मक दिशा में जाने से देश को नुकसान मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में युवाओं की बड़ी संख्या है। अगर यह हमारी ताकत नकारात्मक दिशा में जाएगी, नशे की तरफ जाएगी, आपसी झगड़े फसाद में फंसेगी, छोटे-छोटे विवादों को अनावश्यक तूल देते हुए दिखाई देगी तो यह गांव, समाज और अंततः राष्ट्र की भी अपूरणीय क्षति है, इसलिए इसे सकारात्मक दृष्टि देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा सबके पास है लेकिन ऊर्जा की दृष्टि क्या है यह व्यक्ति और समाज पर निर्भर करता है। अगर हमारी दिशा रचनात्मक और सकारात्मक है, तो हम स्वयं के साथ अपने परिवार, प्रदेश और देश के लिए भी उपयोगी होंगे। वहीं अगर हमारा दृष्टिकोण नकारात्मक है, तो हम स्वयं के लिए भी बोझा बनेंगे। साथ ही समाज और देश के लिए भी बोझा बन जाएंगे। टीम वर्क बनता है समाज की सफलता का आधार मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल में टीम वर्क होता है और एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी होती है। हम में क्षमता होगी, तो हम खेल जीतेंगे। नहीं होगी तो अगली बार के लिए प्रयास करेंगे। यह टीम वर्क ही समाज की सफलता का आधार बनता है। उन्होंने कहा कि जीवन के हर एक क्षेत्र में कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां अगर टीमवर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि युवा कल्याण विभाग प्रत्येक वर्ष दो बड़े कार्यक्रम कर रहा है। जनवरी में देश के छह हजार युवाओं का सम्मेलन लखनऊ में हुआ था। यह अब तक का सबसे बड़ा युवा कुम्भ था। आज हर जनपद में युवक एवं महिला मंगल दलों को खेल सामग्री वितरित करने का कार्यक्रम शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने एक व्यवस्था बनाई कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में खेल का मैदान बनाया जाएगा। बहुत सारे गांवों में लोगों ने रुचि लेकर खेल के मैदान बनाए। ओपन जिम का निर्माण कराया गया। इसके पीछे का उद्देश्य यही था कि बच्चे एक-दूसरे को देखकर अभ्यास करना सीखें। इसी कड़ी में आज देश के सभी युवक एवं महिला मंगल दलों को खेल सामग्री के वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ हो रहा है। यह कार्यक्रम एक बड़ा अभियान है। इससे युवाओं में सकारात्मक और रचनात्मक ऊर्जा का संचार होगा। खेल के जरिए पुलिस भर्ती में युवाओं को शामिल होने का मौका मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से पुलिस भर्ती कर रही है। खेल के मैदानों से तैयारी करने के बाद यही युवा पुलिस भर्ती प्रक्रिया में भागीदार बन सकते हैं। स्पोर्ट्स के माध्यम से भी पुलिस एवं अन्य भर्तियों में युवाओं को शामिल होने का मौका मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'खेलो इंडिया' के माध्यम से इस युवा शक्ति को एक रचनात्मक दृष्टिकोण देने का कार्य किया है। यह रचनात्मक दृष्टिकोण देश और समाज के लिए उपयोगी है। इसलिए प्रत्येक युवा को खेलों से जुड़ने का प्रयास करना चाहिए। सभी गांवों में युवक एवं महिला मंगल दल का किया जाए गठन मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा सबके पास है लेकिन ऊर्जा की दृष्टि क्या है यह व्यक्ति और समाज पर निर्भर करता है। अगर हमारी दिशा रचनात्मक और सकारात्मक है, तो हम स्वयं के साथ अपने परिवार, प्रदेश और देश के लिए भी उपयोगी होंगे। वहीं अगर हमारा दृष्टिकोण नकारात्मक है, तो हम स्वयं के लिए भी बोझा बनेंगे। साथ ही समाज और देश के लिए भी बोझा बन जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 67,000 से अधिक युवक एवं महिला मंगल दल सक्रिय हैं। ग्रामीण स्तर पर सुरक्षा तंत्र के रूप में यह एक उपलब्धि है। प्रदेश में 59,000 ग्राम पंचायतें हैं। दो लाख के आस-पास राजस्व गांव हैं। इन सभी गांवों में युवक एवं महिला मंगल दल का गठन किया जाए। सभी 67,000 से अधिक युवक एवं महिला मंगल दलों को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराई जाएगी। सभी युवक एवं महिला मंगल दलों को सरकार के रचनात्मक कार्यक्रमों के साथ भी जोड़ने का कार्य किया जाएगा। आपदा प्रबंधन और स्वच्छता कार्यक्रम में इन दलों का सहयोग लिया जाएगा। साक्षरता अभियान में बड़ा योगदान दे सकते हैं युवक-महिला मंगल दल मुख्यमंत्री ने कहा कि यह युवक एवं महिला मंगल दल साक्षरता अभियान में बड़ा योगदान दे सकते हैं। सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए गोष्ठी एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर सकते हैं। गांवों में होने वाले विवादों का पटाक्षेप करने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। गांव में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की व्यवस्था ठीक हो। स्वरोजगार से जुड़ी सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूकता अभियान चलाने का काम भी युवक एवं महिला मंगल दल के सदस्य कर सकते हैं। ग्रामीणों को शासन की स्कीम से जोड़ने का काम भी हो सकता है। टीबी समाप्त करने के लक्ष्य के साथ भी जुड़ें उन्होंने कहा कि युवक एवं महिला मंगल दल के सदस्यों को इसके लिए प्रेरित किया जाए कि वह गांवों में नशे के दुष्परिणामों के बारे में अन्य ग्रामीणों को भी जागरूक करें। साल 2025 तक ट्यूबरकोलोसिस को समाप्त करने का लक्ष्य तय किया है, मंगल दल के सदस्य इस अभियान से भी जुड़ें। हिन्दुस्थान समाचार/संजय हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

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