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जिन रूटों से श्रमिक आ रहे हैं उन मार्गो की ट्रेनों को रद्द करने का कोई प्रस्ताव नहीं

-यात्रियों की संख्या कम होने वाले रूटों पर है रेलवे बोर्ड की नजर -लखनऊ से मुंबई, दिल्ली, बिहार, राजस्थान और कोलकता के बीच अभी चलती रहेंगी ट्रेनें -कम मांग वाली ट्रेनों को निरस्त कर रहा रेलवे बोर्ड लखनऊ, 08 मई (हि.स.)। रेलवे बोर्ड यात्रियों की कम मांग वाली ट्रेनों को निरस्त कर रहा है, जबकि मुंबई और दिल्ली से श्रमिक लगातार ट्रेनों से लखनऊ आ रहे हैं। इसलिए लखनऊ मेल, गोमती एक्सप्रेस और पुष्पक एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को निरस्त करने प्रस्ताव नहीं है। रेलवे प्रशासन के मुताबिक, जिन ट्रेनों की मांग नहीं है उन ट्रेनों को ही रेलवे बोर्ड निरस्त करने का निर्णय ले रहा है। लखनऊ से मुंबई, दिल्ली, बिहार, राजस्थान और कोलकाता के बीच चलने वाली ट्रेनें अभी चलती रहेंगी, क्योंकि इन राज्यों से लगातार श्रमिकों का पलायन जारी है। चारबाग और लखनऊ जंक्शन से चलने और गुजरने वाली प्रमुख ट्रेनें रेलवे प्रशासन के अनुसार, राजधानी के चारबाग और लखनऊ जंक्शन से चलने और गुजरने वाली प्रमुख ट्रेनों में लखनऊ मेल, गोमती एक्सप्रेस, पुष्पक सुपरफास्ट एक्सप्रेस, मुंबई एसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, लखनऊ-आनंद विहार एक्सप्रेस, लखनऊ-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस, लखनऊ-बांद्रा एक्सप्रेस, लखनऊ-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, गोमती नगर -जयपुर एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस, सरयू-यमुना एक्सप्रेस और पाटिलपुत्र एक्सप्रेस सहित दर्जनों स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं। ये स्पेशल ट्रेनें दूसरे राज्यों से श्रमिकों को लेकर लगातार लखनऊ पहुंच रही हैं। इसलिए इन ट्रेनों को निरस्त करने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है। इन सभी स्पेशल ट्रेनों में सीटें खाली हैं। यात्री अपनी सुविधा अनुसार आरक्षण करा सकते हैं। रेलवे परिचालन शाखा से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि रेलवे बोर्ड हर ट्रेनों पर नजर बनाए हुए है। कम मांग वाली ट्रेनों की समीक्षा की जा रही है। रोजाना ट्रेनों में सीटों की बुकिंग और यात्रियों की उपलब्धता की रिपोर्ट मांगी जा रही है। कोरोना काल के दौरान जिन रेल खंडों पर यात्री कम हो रहे हैं उन रेल खंडों पर ट्रेनें बंद करने के संबंध में प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं। इसमें लखनऊ से चलने वाली ट्रेनों के नाम शामिल नहीं हैं। दरअसल, रेलवे बोर्ड ने लंबी दूरी की करीब 28 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों को अपेक्षित संख्या में यात्री न मिलने की वजह से 09 मई से अगले आदेश तक निरस्त करने का निर्णय लिया है। इसमें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से गुजरने वाली ट्रेनें भी शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक

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