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कासगंज में माघ पूर्णिमा पर गंगा घाटों पर गूंजे 'हर-हर गंगे' के स्वर

- हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी कासगंज 27 फरवरी (हि.स.)। जनपद के गंगा घाटों पर शनिवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही। माघ पूर्णिमा पर्व पर बड़ी संख्या मे घाटों पर पहुंचे भक्तों ने गंगा में डुबकी लगाई। घाटों पर हर हर गंगे के स्वर गुंजायमान किए। साधु संतों को यथा सामर्थ दान दक्षिणा दी गई। मंदिरों में भजन, पूजन, कीर्तन एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। माघ माह की पूर्णिमा के अवसर पर जिले के लहरा, कछला, कादरगंज एवं सोरों की हरिपदी गंगा घाट पर सुदूर इलाकों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। घाटों पर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों के भी श्रद्धालु देखे गए। शनिवार को सुबह से ही गंगा घाटों पर भीड़ रही, देर शाम तक यह सिलसिला जारी रहा। भक्तों ने गंगा के किनारे स्थित मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए। साधु संतों एवं पुरोहितों को यथा सामर्थ दान दक्षिणा देकर पुण्य लाभ कमाया। माघ पूर्णिमा को लेकर क्या कहते हैं शास्त्र प्रत्येक वर्ष होली से पहले माघ पूर्णिमा पर्व संपन्न होता है। शास्त्र के मुताबिक माघ पूर्णिमा का क्या महत्व है। इस संबंध में युवा ज्योतिषी गौरव दीक्षित का कहना है कि माघ मास की पूर्णिमा पर चंद्रमा मघा नक्षत्र और सिंह राशि में स्थित होता है। मघा नक्षत्र होने पर इस तिथि को माघ पूर्णिमा कहा जाता है। माघी पर दिए गए दान का 32 गुना फल प्राप्त होता है। इसलिए इसे बत्तीसी पूर्णिमा भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार माघी पूर्णिमा पर जगत के पालन करता श्री हरि विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। इस दिन गंगा जल में स्नान करने, आचमन करने या फिर केवल स्पर्श मात्र से ही व्यक्ति को पूर्ण लाभ की प्राप्ति होती है। मुंडन संस्कार भी हुए गंगा घाटों पर माघ पूर्णिमा के चलते स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने अपने नौनिहालों का यहां मुंडन संस्कार भी कराया। कछला घाट, लहरा घाट, कादरगंज घाट एवं हरिपदी गंगा घाट पर जगह-जगह छोटे बच्चों एवं बड़े लोगों के मुंडन संस्कार भी बड़ी संख्या में हुए। चौकस रही सरकारी व्यवस्थाएं माघ पूर्णिमा को लेकर गंगा घाटों पर एकत्रित होने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने व्यवस्थाएं दुरुस्त रखी। सोरों में नगर पालिका परिषद ने जगह-जगह साफ सफाई के लिए लोगों को व्यवस्थित रूप से तैनात किया। पुलिस महकमे ने भी बाहर से आने वाले वाहनों एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की। सोरों एवं आसपास के क्षेत्र में रहा जाम पूर्णिमा के चलते सोरों एवं आसपास के क्षेत्र में जगह-जगह जाम के हालात रहे। कछला घाट पर भी मथुरा बरेली हाई मार्ग पर वाहनों का दबाव रहा। क्योंकि इस पर्व पर गैर प्रदेशों से आने वाले वाहन की भीड़ रही। इसको व्यवस्थित करने के लिए पुलिस व्यवस्थाओं में ही जुटी रही। भंडारे भी हुए आयोजित सोरों में गंगा घाट के आसपास स्थित विभिन्न आश्रमों में भंडारो एवं प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। नागालैंड आश्रम पर साधु-संतों को भोजन कराएं जगह जगह मंदिरों में घंटे की जय कारे की गूंज से हरि की पौड़ी घाट परिक्रमा मार्ग जयकारों से गूंज उठे। वराह मंदिर, गंगा मंदिर भैरवनाथ मंदिर सामने, नागालैंड आश्रम, विवेकानंद आश्रम, सोहम आश्रम पर संतों की भीड़ मां भक्तों ने भंडारा का आयोजित किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/पुष्पेंद्र

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