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आयुक्त ने की विश्व बैंक परियोजना की समीक्षा

-आयुक्त ने की विश्व बैंक परियोजना की समीक्षा -35 करोड़ की लागत से होंगे कार्य कुशीनगर, 27 फरवरी (हि. स.)। कुशीनगर के पर्यटन विकास के लिए बनी विश्व बैंक की प्रो पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट परियोजना की समीक्षा शनिवार शाम को आयुक्त गोरखपुर जयंत नार्लीकर ने की। इस योजना के तहत 35 करोड़ रुपए के कार्य प्रस्तावित है। योजना में राजकीय बौद्ध संग्रहालय के उच्चीकरण के लिए 15 करोड़,विपश्यना केंद्र के लिए छः करोड़, कुकुत्था नदी विकास,होटल पथिक निवास व विजिटर सेंटर के लिए चार-चार करोड़ और फ़ूड प्लाजा विकास के लिए दो करोड़ रुपए प्रस्तावित है। पर्यटन विकास की इन योजनाओं को कुछ माह पूर्व मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दी थी। बौद्ध परिपथ को वैश्विक मानकों के अनुरुप विकसित करते की योजना पर विश्व बैंक साल 2014 से कार्य कर रहा था। विश्व बैंक की कई टीमों ने अनेकों बार दौरा कर पर्यटन विकास की योजनाएं बनाई। अब जाकर योजनाएं मूर्त रूप ले सकी हैं। योजना का 70 फीसद विश्व बैंक द्वारा और 30 फीसदी राज्य सरकार वहन कर रही है। इन कार्यों को गोरखपुर विकास प्राधिकरण कराएगा। शनिवार को कुशीनगर के एक होटल में आयुक्त की अध्यक्षता में जिला अधिकारी एस राजलिंगम, सीडीओ अन्नपूर्णा गर्ग, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा, पर्यटन, विश्व बैंक समेत सम्बन्धित सभी अधिकारियों ने योजना का वृत देखा। आयुक्त ने प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा की। देरी को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों की खिंचाई की। योजनाओं के क्रियान्यवन को लेकर परस्पर विचारों का आदान प्रदान किया। आयुक्त ने कमियों को दुरुस्त कर जल्द कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। बैठक में उप निदेशक पर्यटन व विश्व बैंक के परियोजना निदेशक अनूप श्रीवास्तव, वित्तीय प्रबंधक विश्व बैंक मनोज विष्ट, क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी रविंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी हेमराज, अधिशासी अधिकारी प्रेमशंकर गुप्त पर्यटक सूचना अधिकारी राजेश भारती आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/गोपाल/दीपक

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