जिलाधिकारी ने रैन बसेरे में गुजारी रात, निपटाया कामकाज
गाजियाबाद, 30 दिसम्बर (हि.स.)। गाजियाबाद के जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडेय ने कड़ाके की ठंड में मंगलवार की रात रैन बसेरे में गुजारी। उन्होंने राजनगर के रैन बसेरे से ही सरकारी पत्रावलीयों का भी निपटान किया। एक तरह से राजनगर का रैन बसेरा कुछ समय के लिए कलक्ट्रेट में बदल गया। जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडेय मंगलवार की दोपहर कलक्ट्रेट में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। तभी एक समाजसेवी ने शिकायत करते हुए कहा कि कड़ाके की ठंड में जो रैन बसेरे चल रहे हैं, उनमें सुविधा नाम की कोई चीज नहीं है। गद्दे और कंबलों की हालत बहुत खराब है और कोई आदमी वहां नहीं रह सकता। जिलाधिकारी ने ऐसी बात से इनकार किया, लेकिन समाजसेवी अपनी बात पर अड़े रहे। जिलाधिकारी ने उसकी बात को चुनौती के रूप में लिया और कहा कि मंगलवार की रात वह खुद रैन बसेरे में ही रहकर हकीकत को जानेंगे। रात को 11 बजे जिलाधिकारी रैन बसेरों की हकीकत जानने के लिए निकल पड़े। उन्होंने कई रैन बसेरों का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद रात साढ़े 12 बजे राजनगर स्थित रैन बसेरे में पहुंचे। यह रैन बसेरा डूडा द्वारा संचालित किया जा रहा है। यहां पर जिलाधिकारी ने रात बिताई। हालांकि जब जिलाधिकारी पहुंचे तो वहां के कर्मचारियों ने नए कंबल व बिस्तर लगाने चाहे, लेकिन जिलाधिकारी ने कहा कि वह मौजूदा कंबल व बिस्तर पर ही सोएंगे। बुधवार को सुबह होने पर जिलाधिकारी ने अपने ओएसडी से पत्रावलियां भी वहां मंगवा ली। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली-hindusthansamachar.in