Tandava: Mayawati said, objectionable scenes should be removed, BJP said it could not tolerate messing with public sentiments
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ताण्डव: मायावती बोलीं, आपत्तिजनक दृश्य हटाएं जाएं, भाजपा ने कहा जन भावनाओं से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं

-कानून बनाए जाने को लेकर संसद में उठाएंगे मुद्दा-सुब्रत पाठक लखनऊ, 18 जनवरी (हि.स.)। ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई वेब सीरीज 'ताण्डव' में धार्मिक भावनाएं आहत करने को लेकर विरोध तेज होता जा रहा है। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने वेब सीरीज से आपत्तिजनक दृश्य हटाने की मांग की है। मायावती ने सोमवार को अपने ट्वीट में कहा कि 'ताण्डव' वेब सीरीज में धार्मिक व जातीय आदि भावना को आहत करने वाले कुछ दृश्यों को लेकर विरोध दर्ज किए जा रहे हैं, जिसके सम्बंध में जो भी आपत्तिजनक है उन्हें हटा दिया जाना उचित होगा। ताकि देश में कहीं भी शान्ति, सौहार्द व आपसी भाईचारे का वातावरण खराब न हो। वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि योगी सरकार में जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं है। इसीलिए घटिया वेब सीरीज की आड़ में नफरत फैलाने वाली वेब सीरीज ताडण्व की पूरी टीम के खिलाफ प्रदेश में गम्भीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी की तैयारी है। भाजपा के कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि हिंदू जन भावनाओं के खिलाफ किसी प्रकार की अमर्यादित टिप्पणी बर्दाश्त के बाहर है। उन्होंने मामले को लेकर एफआईआर दर्ज किए जाने को बिलकुल सही कदम ठहराया और कहा कि योगी जी के इस कदम का स्वागत और हृदय से आभार है। सांसद ने कहा कि वह संसद में कानून बनाए जाने के लिए मुद्दे को उठाएंगे, ताकि फिर कभी कोई इस प्रकार की जुर्रत न कर सके। वहीं मामले को लेकर हजरतगंज कोतवाली में वेब सीरीज ताण्डव के निर्देशक अली अब्बास, प्रोड्यूसर हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और हेड इंडिया ओरिजिनल कंटेंट अमेजन के अपर्णा पुरोहित के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। आरोप है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम वीडियो पर 16 जनवरी को रिलीज हुई वेब सीरीज ताण्डव के विरोध में काफी आक्रोश भरे लेख आ रहे हैं। इस वेब सीरीज की फुटेज भी लोग पोस्ट कर आपत्ति जता रहे हैं। वेब सीरीज के पहले एपिसोड में एक जगह पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का काम किया गया है। इसके अलावा निम्न स्तर की भाषा का इस्तेमाल भी किया गया है, जिससे लोगों में आक्रोश है। वेब सीरीज में राजनीतिक वर्चस्व को पाने के लिए अत्यंत निम्न स्तर से फिल्म का चित्रण किया गया है। इस मामले में समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने वेब सीरीज के निर्माता निर्देशक, लेखक व प्रोड्यूसर समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं वेब सीरीज के खिलाफ सोशल मीडिया पर #बॉयकॉट ताडण्व भी ट्रेंड कर रहा है। लोग मामले में लखनऊ में एफआईआर दर्ज करने को भी सही ठहरा रहे हैं हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

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