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अमेरिका के वेस्लियन विवि में पढ़ाई जाएगी स्वामी सहजानंद सरस्वती की आत्मकथा

लखनऊ, 01 अप्रैल (हि.स.)। देश में राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान किसान आंदोल के सूत्रधार और स्वतंत्रता सेनानी स्वामी सहजानंद सरस्वती की प्रसिद्ध आत्मकथा मेरा जीवन संघर्ष अब अमेरिका के विश्वविद्यालय में पढ़ाई जाएगी। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में जन्मे स्वामी सहजानंद सरस्वती की जीवनी को अंग्रेजी के विश्व प्रसिद्ध इतिहासकार वाल्टर हाउजर के साथ अनुवाद करने वाले कैलाश चंद झा के अनुसार अमेरिका के मिडलटन में वेस्लियन विश्वविद्यालय ने इसे पढ़ाने का आदेश पारित किया है। उन्होंने बताया कि वेस्लियन विश्वविद्यालयमें ही इतिहास के प्रोफेसर वाल्टर हाउजर हैं और उन्होंने ही यह जानकारी साझा की है। कैलाश चंद झा ने बताया कि हाउजर और उन्होंने ही स्वामी जी की आत्मकथा को पहली बार 2015 में अंग्रेजी में अनुवादित की। इस वर्ष इसे वहां अंडर ग्रेजुएट के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। स्वामी जी की आत्मकथा किसान आंदोलन का एक दस्तावेज है। वे आजादी की लड़ाई में कई बार जेल गये। 22 जनवरी 1889 को जन्मे स्वामी सहजानंद सरस्वती ने 1936 में अखिल भारतीय किसान सभा का गठन किया था। स्वामी सहजानंद सरस्वती गाजीपुर के रहने वाले थे लेकिन उनका कार्यक्षेत्र बिहार रहा। 26 जून 1950 को पटना में उनका निधन हो गया था। हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र

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