supreme-court-to-go-against-religious-persecution-kinnar-arena
supreme-court-to-go-against-religious-persecution-kinnar-arena

धार्मिक उत्पीड़न के खिलाफ जायेंगे सुप्रीम कोर्ट : किन्नर अखाड़ा

धर्म परिवर्तन रोककर सनातन धर्म को किया जा रहा मजबूत : आचार्य महामण्डलेश्वर प्रयागराज, 03 फरवरी (हि.स)। किन्नरों का जो धार्मिक उत्पीड़न समाज में किया जा रहा है, उसके खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे। अब धार्मिक उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेंगे। किन्नर अखाड़ा धर्म परिवर्तन को रोकने में लगा हुआ है। इससे बड़ी संख्या में लोग सनातन धर्म में वापसी करने लगे हैं। यह बातें किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बुधवार को प्रयागराज में माघ मेला के ओल्ड जीटी रोड और संगम लोवर पर लगे शिविर में हिन्दुस्थान समाचार से भेंटवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के कुछ ऐसे पदाधिकारी हैं जो आये दिन किन्नर अखाड़ा और उनके पदाधिकारियों पर धार्मिक और सामाजिक आक्षेप करते रहते हैं। उन्होंने कहा वर्ष-2015 अर्थात जब से किन्नर अखाड़ा का गठन हुआ है तब से बड़ी संख्या में ऐसे लोग जो किसी कारण या मजबूरी में सनातन धर्म छोड़कर इस्लाम कबूल लिये थे, वह सभी फिर से सनातन धर्म में वापसी करने लगे हैं। घर वापसी करने वालो को किन्नर अखाड़ा सामाजिक और आर्थिक रूप से संरक्षण देते हुए समाज की मुख्यधारा में ला रहा है। आचार्य महामण्डलेश्वर ने बताया कि कोविड 19 के दौरान किन्नर अखाड़ा द्वारा प्रभावित लोगों एवं ट्रांसजेण्डरो में सौ टन खाद्यान्न सहित अन्य सामग्रियां दी गयी। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि न तो किसी से डरते हैं और न दबते हैं। ऐसे में किसी भी प्रकार के विरोध पर उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के नास्ला जजमेण्ट किन्नरों के पक्ष में आया है, लेकिन सरकार की ओर से किन्नरों की बेहतरी के लिये अभी तक कोई काम शुरू तक नहीं किया गया है, न ही उनको सरकारी योजनाओं का लाभ ही मिल रहा है। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष स्वामी कौशल्यानंद गिरि, महामण्डलेश्वर स्वामी कल्याणीनंद गिरि, महामण्डलेश्वर पवित्रा, किरन नंद गिरि, अनिल द्विवेदी, अमिता मिश्रा, राजीव मिश्रा, आशीष केशरवानी, कोमल और नील सहित अन्य लोग मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in