प्रयागराज : ब्रम्हदोष से मुक्ति के लिए श्रीराम ने स्थापित किया था एक करोड़ शिवलिंग
प्रयागराज : ब्रम्हदोष से मुक्ति के लिए श्रीराम ने स्थापित किया था एक करोड़ शिवलिंग

प्रयागराज : ब्रम्हदोष से मुक्ति के लिए श्रीराम ने स्थापित किया था एक करोड़ शिवलिंग

प्रयागराज, 13 जुलाई (हि.स.)। प्रयागराज शहर के उत्तर एवं पूर्वी कोने पर गंगा नदी के तट पर कोटेश्वर महादेव अति प्राचीन शिव मंदिर स्थापित है। श्रावण मास में शिव भक्तों का यहा पर जमावड़ा लगा रहता था। भक्त मन्दिर में जलाभिषेक और दर्शन कने आते हैं। महा शिवरात्रि के दिन यहां विशाल मेला लगता है। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पर दूर दराज से आने वालों भक्तों को महादेव के दर्शन नहीं हो पायेंगे। स्थानीय लोग ही सरकार की सभी निर्देशों का पालन करके मन्दिर में दर्शन कर रहे हैं। भगवान श्री राम ने स्थापित किया शिवलिंग मंदिर के पुजारी विनोद गिरी ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि इस मन्दिर में स्थापित शिवलिंग की स्थापना स्वयं मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम ने की थी। वनवास और रावण वध करके वापस अयोध्या जाते समय गंगा तट पर स्थित भारद्वाज मुनि के आश्रम आये और उनका आशिर्वाद मांगा। इस पर भारद्वाज मुनि ने कहा कि अभी मैं आप को आशिर्वाद नहीं दे सकता। इस पर मर्यादा पुरूषोत्तम राम मुनि से कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि इतना जरूर है कि रावण जैसे अत्याचारी से आम जनमानस को मुक्ति मिली है। लेकिन रावण एक विद्वान ब्राम्हण था, जिसका आप ने वध किया है। जिससे आप को ब्रम्ह हत्या दोष लगा है। इसकी मुक्ति के लिए एक करोड़ शिवलिंग की स्थापना करके भगवान भोलेनाथ शिव की पूजा करें ओर उनका आशिर्वाद मिलने के बाद आप को ब्रम्हदोष से मुक्ति मिलेगी। यह आदेश पाते ही भगवान राम ने एक करोड़ शिवलिंग बनाया और सभी को एक बड़े शिवलिंग के रूप में स्थापित किया। जिसके बाद भगवान राम ने सर्वप्रथम गंगा जल से शिवलिंग का जलाभिषेक किया और ब्रह्म्हत्या दोष मुक्त हुए। जिसके बाद से श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना करने के लिए आते है। श्रावण मास में शिव भक्तों का जमावड़ा लगने लगा। स्थानीय लोग कर पा रहे दर्शन श्रावण मास में यहां पर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से श्रवण मास में भक्त दर्शन के लिए नहीं आ पा रहे हैं। स्थानीय ही भक्त सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए कोटेश्वर महादेव का दर्शन कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर-hindusthansamachar.in

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