वृद्धों की सेवा करना जीवन का सबसे बड़ा धर्म : कुलपति
जौनपुर,29 दिसम्बर (हि.स.)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने मंगलवार को प्रेमराजपुर स्थित वृद्धाआश्रम में बुजुर्गों संग अपना समय बिताया। उनसे बातचीत के दौरान कई बुजुर्ग महिला पुरूषों के आंखों से आसू छलक उठे। इस दौरान कुलपति द्वारा आश्रम के लोगों को कंबल, फल,बिस्किट, साबुन वितरित किया। आश्रम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुलपति ने कहा कि वृद्धा आश्रम आधुनिक समाज की देन है कि लोग अपने रास्ते से भटक गए हैं, जिसके चलते वृद्ध आश्रमों की संख्या बढ़ी है। मां-बाप बड़े कष्ट झेलकर बच्चों को पालते और पढ़ाते-लिखाते हैं। मां-बाप को बुढ़ापे में जब बच्चों को सहारा देना चाहिये तो उन्हें बीच मझधार में छोड़ देते हैं। इसी वजह से बुजुर्ग मां-बाप को आश्रम जैसे स्थानों की शरण लेनी पड़ती है। बुजुर्गों की सेवा करना जीवन का सबसे बड़ा धर्म होता है हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश/दीपक-hindusthansamachar.in