बाबा विश्वनाथ दरबार में सावन माह की तैयारियां शुरू, बैरिकेडिंग लगाने का कार्य युद्ध स्तर पर
बाबा विश्वनाथ दरबार में सावन माह की तैयारियां शुरू, बैरिकेडिंग लगाने का कार्य युद्ध स्तर पर

बाबा विश्वनाथ दरबार में सावन माह की तैयारियां शुरू, बैरिकेडिंग लगाने का कार्य युद्ध स्तर पर

इस बार सावन में पांच सोमवार का संयोग, सोमवार से शुरूआत और सोमवार से ही समापन वाराणसी, 02 जुलाई (हि.स.)। काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ को अतिशय प्रिय माह सावन की प्रशासनिक तैयारियां शुरू हो गई है। 06 जुलाई से शुरू हो रहे सावन को देख बाबा विश्वनाथ दरबार ज्ञानवापी मार्ग पर जाने के लिए गोदौलिया से ही बैरिकेंडिग लगाने का कार्य शुरू हो गया है। गुरूवार को उमस और धूप में भी मजदूर बैरिकेडिंग लगाने के कार्य में जुटे रहे। कोरोना संकट काल के चलते इस बार कावरियों को जलाभिषेक की अनुमति नहीं है। लेकिन अन्य शिवभक्तों के दर्शन पूजन पर रोक नहीं है। सोमवार से ही पवित्र माह की शुरूआत हो रही है। ऐसे में पहले सोमवार पर शिवभक्तों के सुरक्षा और आसानी से दर्शन पूजन के लिए तैयारियों को अन्तिम रूप दिया जा रहा है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार प्रतिवर्ष की भांति श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर ज्ञानवापी परिक्षेत्र में अर्धसैनिक बल के साथ स्थानीय पुलिस पीएसी की तैनाती होगी। जगह-जगह सीसीटीवी, मेटल डिटेक्टर लगाकर सावधानी बरती जायेगी। मंदिर में जाने केे पहले शिवभक्तों को शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने साथ सैनिटाइज होकर ही मंदिर में जाना होगा। इस बार सावन में पांच सोमवार का संयोग इस बार पवित्र सावन माह में पांच सोमवार पड़ रहा है। पहला सोमवार 6 जुलाई, दूसरा 13 जुलाई, तीसरा 20 जुलाई, चौथा 27 जुलाई और पांचवा 3 अगस्त को है। खास बात यह है कि सावन माह का शुरूआत और समापन भी सोमवार से है। सावन माह भी 29 दिन का है। शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि के क्षय होने के कारण ऐसा हो रहा है। नगर के ज्योतिषविद मनोज उपाध्याय ने बताया कि सावन महीने की शुरूआत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और वैधृति योग में हो रही है। ऐसे में 5 सोमवार का शुभ संयोग बनने से ये माह खास बन गया है। उन्होंने बताया कि श्रावण माह में 11 सर्वार्थसिद्धि, 3 अमृतसिद्धि और 12 दिन रवियोग रहेंगे। इन शुभ योगों में महादेव की पूजा से विशेष फल प्राप्त होगा। तीन सोमवार कृष्ण पक्ष और दो शुक्ल पक्ष में होंगे। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in