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संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया गंगा पूजन

प्रयागराज, 19 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत दो दिवसीय गंगा समग्र कार्यक्रम के लिए शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचे। शाम को संगम नोज पर गंगा पूजन के दौरान संगम तट पर उनके साथ सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल भी उपस्थित रहे। गंगा पूजन वैदिक रीति रिवाज से प्रयागराज के आचार्यों ने सम्पन्न कराया। गंगा पूजन के दौरान जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र गिरी, केंद्रीय संगठन मंत्री गंगा समग्र मिथिलेश, राष्ट्रीय महामंत्री आशीष गौतम, बृजेंद्र, क्षेत्र प्रचारक अनिल, प्रांत प्रचारक रमेश, विहिप के प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार, सनी सिंह, राकेश मिश्र, महापौर अभिलाषा गुप्ता, सांसद केसरी देवी पटेल, सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। कार्यकर्ता संगम के प्रथम दिन उद्घाटन सत्र की शुरुआत मां गंगा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर हुआ। दीप प्रज्ज्वलन के अवसर पर जगतगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, सह-सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, राष्ट्रीय महामंत्री आशीष गौतम उपस्थित रहे। प्रथम सत्र में कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि मां गंगा के प्रति हिंदू समाज में हजारों वर्षों से आस्था है। हजारों वर्षों से मां गंगा के विषय में हम कथाएं सुनते आ रहे हैं। उनकी स्मृति हमारे जीवन का आधार है। आध्यात्मिक शांति के लिए हम मां गंगा का पूजन करते हैं, यह हमारी परंपरा है। 800 वर्ष पराधीनता के कारण कुछ बातें छूट गई। उस दौरान हमने प्राणों एवं धर्म की रक्षा की। इसके पूर्व सभी मत, पंथ, संप्रदाय के लोग एक साथ गंगा किनारे पंडाल में चर्चा करते थे। उन्होंने कहा पूरी दुनिया में किसी भी धन से बड़ा महत्व गंगाजल का है। गंगा समग्र की स्थापना दस वर्ष पूर्व गंगा की अविरलता एवं निर्मलता का चिंतन समाज में जागरूकता एवं जागरण के लिए हुई। उन्होंने कहा कि अशोक सिंघल एवं अनेक संतों की पीड़ा गंगा में बढ़ते प्रदूषण एवं जल प्रवाह को जगह-जगह रोकने के लिए अनेक वर्षों से थी। अनेक विचार के बाद यह आवश्यकता सामने आई कि एक ऐसा संगठन जो मां गंगा को मानने वाले हैं, उनके प्रति श्रद्धा रखते हैं, उन सब को एक ही स्थान पर एक अभियान में एक सूत्र में बांधने का कार्य यह संगठन पूरा करे। इस कार्य में दलगत राजनीति बाधा नहीं बनी। सभी मत, पंथ, संप्रदाय के कार्यकर्ता जनसामान्य में निर्मल गंगा एवं अविरल गंगा का भाव जागृत हो। इसके अनेक जनसामान्य में जागरूकता, जल संरक्षण, गंगा घाट, वृक्षारोपण जैसे अनेक कार्य गंगोत्री से गंगासागर तक 12 प्रांत शनिवार के सत्र में अपने द्वारा किए गए कार्य की जानकारी देंगे। आगे चल कर मां गंगा के बाद यमुना को भी इस अभियान में जोड़ेंगे। यही आत्मविश्वास जगाना संगठन का उद्देश्य है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से केंद्रीय संगठन मंत्री मिथिलेश, राकेश मिश्रा, सनी सिंह, क्षेत्रीय संयोजक चिंतामणि सिंह आदि उपस्थित रहे। संचालन बृजेंद्र ने किया। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/दीपक

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