सरोकार - मां व चाचा द्वारा बेसहारा छोड़ी गयी बच्ची का ‘मीनू दीदी’ बनी सहारा
सरोकार - मां व चाचा द्वारा बेसहारा छोड़ी गयी बच्ची का ‘मीनू दीदी’ बनी सहारा

सरोकार - मां व चाचा द्वारा बेसहारा छोड़ी गयी बच्ची का ‘मीनू दीदी’ बनी सहारा

मां व चाचा द्वारा बेसहारा छोड़ी गयी बच्ची का ‘मीनू दीदी’ बनी सहारा एटा, 16 जून (हि.स.)। बीते 10 जून को दिल्ली की ओर जानेवाली कौशाम्बी डिपो की रोडवेज बस में मिली 7 वर्षीय नंदिनी की मां व चाचा तो नहीं लौटे किन्तु उसे ‘मीनू दीदी’ के रूप में कोतवाली नगर में तैनात महिला पुलिसकर्मी मीनू कुंतल अवश्य मिल गयी। मीनू इस असहाय व लावारिस बच्ची की मातृवत देखभाल ही नहीं कर रही, अपने सहकर्मी एसआई अनुज चौहान के साथ मिलकर उसकी हर सुख-सुविधा का ध्यान रख रही हैं। माननीय संवेदनाओं के वशीभूत होकर इस महिला पुलिसकर्मी द्वारा बच्ची को अपने पास रखकर की जा रही देखभाल व आत्मीयता का परिणाम है कि बच्ची नंदिनी भी अब अपने घर नहीं जाना चाहती है। वह मीनू कुंतल को दीदी कहकर बुलाती है तथा उसने अपनी मीनू दीदी के पास हमेशा के लिए रहने की इच्छा जताई है। पूछताछ बच्ची ने बताया कि जब उसकी मां उसे बस स्टैंड पर छोड़कर गई थी तो जाते समय कहा था कि वह उन्हें अब हमेशा के लिए भूल जाए। पुलिस की पूछताछ में बच्ची ने बताया कि मेरे साथ मेरी मां तथा मेरे चाचा आए थे। बच्ची से उसका नाम पता व अन्य जानकारियां की तो 7 वर्षीय बच्ची ने अपना नाम नंदिनी बताया तथा अपनी मां का नाम प्रिया और पिता का नाम राजकुमार यादव बताया पूछने पर उसने अपने गांव का नाम रुस्तमपुर थाना पिलुआ बताया । नंदिनी का कहना था कि बीते दिन मेरी मां तथा पिता में बहुत लड़ाई हुई थी उसके बाद मेरी मां मेरे चाचा के साथ घर में बिना बताए चली आई थी। नगर कोतवाली इंस्पेक्टर संजीव कुमार त्यागी ने बताया कि अभी तक बच्ची द्वारा बताए पते सहित कई जगह तलाश के बावजूद अभी उसके परिजनों का पता नहीं चल सका है उन्होंने बताया कि उसे बाल कल्याण समिति के सामने भी पेश किया जा चुका है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं नगर कोतवाली इंस्पेक्टर ने बताया कि मंगलवार को बच्ची की मेडिकल जांच कराई गई और रिपोर्ट समिति को दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बच्ची के परिजनों की तलाश की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्णप्रभाकर/मोहित-hindusthansamachar.in

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