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नाथ सम्प्रदाय के प्राचीन मठ बाला जी मंदिर के महंत सद्गुरु मंगलनाथ महाराज ने निधन से शोक की लहर

- पांच हजार वर्ष पुराना है धर्म नगरी चित्रकूट का बालाजी मंदिर चित्रकूट,14 अप्रैल (हि.स.)। जिला मुख्यालय के पुरानी बाजार स्थित नाथ सम्प्रदाय की आध्यात्मिक ऊर्जा स्थली बाला जी के प्राचीन मंदिर (नाथ-गादी) के अधिपति, ओजस्वी वक्ता सद्गुरू परम श्रद्धेय डॉ. मंगलनाथ महाराज (श्री माधव रत्नपारखी) जी 85 वर्ष की आयु में बुधवार को औरंगाबाद में ब्रह्मलीन हो गये। बालाजी मंदिर के पुजारी एवं शिष्य कृपा शंकर तिवारी ने बताया कि, नाथ-गादी के अधिपति, ओजस्वी वक्ता सद्गुरू परम श्रद्धेय डॉ. मंगलनाथ महाराज (श्री माधव रत्नपारखी) जी के गोलोकवासी होने से नाथ शिष्यों में शोक की लहर है। बताया कि गोलोकवासी सद्गुरु मगलनाथ महाराज ने श्री नवनाथ परंपरा का प्रचार-प्रसार अत्यंत प्रगतिवादी विचारों के साथ अद्भुत ढ़ंग से किया। वे मराठी साहित्य और संत-वांड्:मय में एमए थे और लोकमान्य तिलक विश्वविद्यालय, पुणे ने उन्हें डी. लिट. की उपाधि से विभूषित किया था। वे सदैव आडंबरविहीन सादगीपूर्ण जीवन और उच्च विचारों के समर्थक रहे है। आपको बता दे कि, विंध्य पर्वत श्रंखला के मध्य स्थित आदि तीर्थ चित्रकूट भगवान श्रीराम की तपोभूमि होने के साथ-साथ नाथ सम्प्रदाय की आध्यात्मिक ऊर्जा स्थली रही है। नाथ सम्प्रदाय की गौरव गाथा का बखान कर रहे इस प्राचीन मठ (मंदिर) को पांच हजार वर्ष से पूर्व स्वंय भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले स्वामी मंच्छिद्र नाथ महाराज ने स्थापित किया था। मंदिर के संस्थापक स्वामी मंच्छिद्र नाथ महाराज ने इस मंदिर में एक गददी का निर्माण कराया था। जिसमें बैठकर उन्होंने कई वर्षों तक धर्म का प्रचार-प्रसार व साधना की थी। उनके पश्चात इस गदी में चौरंगी नाथ, गैनी नाथ, निवृत्ति नाथ, संत ज्ञानेश्वर नाथ,सत्यामल नाथ, गुस नाथ महिला संत, सत्यामल नाथ, गुस नाथ, परम हंस, ब्रम्हानन्द नाथ, काशी नाथ, विटठल नाथ, विश्व नाथ, माधव नाथ तथा वर्तमान में मंगल नाथ जी महाराज गादी का दायित्व संभाल रहे थे। सद्गुरु मंगलनाथ महाराज के बुधवार को हृदय आघात के कारण हुए आकस्मिक निधन से देश भर में नाथ संप्रदाय से जुड़े शिष्यों में शोक की लहर दौड़ गई है। बालाजी मंदिर के पुजारी कृपा शंकर तिवारी, सीमा तिवारी, श्रीराम पांडेय, बच्चीलाल, सुधाकर जैजुरकर, आनंद राव तैलंग, मधुकर राव तैलंग, श्रीमती जयश्री योग, प्रेम यादव, अशोक धुरिया आदि ने पुष्पांजलि देकर गोलोकवासी महंत को श्रद्धांजलि दी है। हिन्दुस्थान समाचार / रतन

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