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रायबरेली:कोविड अस्पताल की हालत दयनीय, मरीजों की सुध नहीं ले रहे हैं डॉक्टर और कर्मचारी

रायबरेली, 15 अप्रैल(हि.स.)। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जिलेभर के एकमात्र लेवल-2 कोविड अस्पताल की हालत बेहत दयनीय है। यहां इलाज के लिये भर्ती मरीज तड़प रहे हैं और कोई डॉक्टर उनके पास तक नहीं फटक रहा है। अस्पताल में नियुक्त सफाई कर्मचारी की लापरवाही से पूरा अस्पताल परिसर में कूड़े का अंबार फैला हुआ है। सोशल मीडिया में अस्पताल की दुर्दशा बयान करता एक वीडियो वायरल हो रहा है जो व्यवस्था की पोल खोल रहा है और जिम्मेदारों की असंवेदनशीलता भी। उल्लेखनीय है कि रेल कोच फैक्ट्री में कोरोना के लिए लेवल-2 अस्पताल बनाया गया है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यहां बड़ी संख्या में मरीजों को भर्ती किया गया है। अस्पताल में पर्याप्त सुविधाओं का दावा भी किया गया है लेकिन डॉक्टरों और कर्मचारियों की असंवेदनशीलता इस पर हावी हो रही है। पूरे परिसर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं और कोई भी सफाई कर्मचारी उधर झांकता भी नहीं। पानी पीने की कोई व्यवस्था नहीं है और भीषण गर्मी में मरीज इधर-उधर भटकने को विवश है। हद तो तब हो गई जब वीडियो में एक महिला नग्न अवस्था में जमीन पर पड़ी कराह रही है और कोई उसकी सुध नहीं ले रहा है। वायरल वीडियो में यह भावुक दृश्य व्यवस्था पर सोचने को मजबूर कर रहा है। हालांकि इस संबंध में कई बार शिकायतें की गई, लेकिन जवाब में केवल खानापूर्ति ही होती रही। जिलाप्रशासन और स्वास्थ्य विभाग केवल कागजी कार्रवाई ही करते रहे। इस सम्बंध में सीएमओ वीरेंद्र सिंह ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि अस्पताल में कुछ कमियों की जानकारी मिली है, जिन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। लापरवाही करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वार्डो में नहीं जाते डॉक्टर कोविड अस्पताल में नियुक्त डॉक्टर अपने कमरे से बाहर ही नहीं जाते, वार्डो में तड़प रहे मरीजों को देखने की डॉक्टरों को फुरसत ही नहीं है। अस्पताल में भर्ती एक मरीज के परिजन का कहना है ज्यादातर मरीजों को दर्द और सांस लेने में दिक्कतें हैं, कोई दवा देने वाला नहीं है, जिससे ऑक्सीजन की कमी होती जा रही है। वायरल वीडियो में साफ है कि किस तरह मरीज फर्श पर लेटे हुए हैं। जबकि सभी सुविधाओं से लैस डॉक्टर उन्हें इलाज ही नहीं दे रहे हैं। जिससे कई मरीजों की जान चली गई। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश

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