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पुरोहित के बेटे ने सुसाइड नोट लिख लगाई फांसी, रिश्तेदार से जान का बताया खतरा

- थाना प्रभारी के नाम मिला पत्र को कब्जे में लेकर पुलिस जांच में जुटी कानपुर, 31 जनवरी (हि.स.)। जनपद के सीसामऊ थाना क्षेत्र में रहने वाले पुरोहित के बेटे ने सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक युवक बीए तृतीय वर्ष का छात्र था। सूचना पर पहुंची पुलिस को कमरे में मृतक छात्र का सुसाइड नोट थाना प्रभारी के नाम लिखा मिला। जिसमें उसने कानपुर देहात जनपद में रहने वाले एक रिश्तेदार से जान का खतरा बताया है। सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी गई है। सीसामऊ के गांधीनगर में रहने वाले कृपाशंकर शुक्ला पुरोहित हैं। परिवार में पत्नी, बेटी गार्गी व इकलौता बेटा गौरव (22) हैं। गौरव उर्फ गोलू जिले के नरवल स्थित एक डिग्री कॉलेज से बीए तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। रोजना की तरह बीए का छात्र गौरव खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया। रविवार को सुबह उसके काफी देर तक कमरे से न निकलने पर बहन गार्गी उठाने पहुंची तो भाई का शव अंगौछे के सहारे पंखे से लटकता देख उसकी चीख निकल गई। आवाज सुनकर परिवार के अन्य लोग पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। इकलौते बेटे को फंदे से उतारकर परिजन पास के अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। फांसी लगाकर छात्र के आत्महत्या की सूचना पर सीसामऊ थाना पुलिस पहुंची। तलाशी में पुलिस को मृतक छात्र के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट 25 जनवरी को सीसामऊ थाना प्रभारी के नाम लिखा था और उसके मृतक छात्र ने झींझक निवासी एक रिश्तेदार पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। थाना प्रभारी महेश वीर सिंह ने बताया कि यह प्रार्थना पत्र मृतक छात्र ने थाने में नहीं दिया था। मामले में आरोपित व मृतक की कॉल डिटेल व मोबाइल पर व्हाट्सप चैट आदि भी खंगाले जा रहे हैं। पत्र की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। बेटा बताता तो न पहुंची यह नौबत मृतक छात्र के पुरोहित पिता कृपाशंकर ने बताया कि अगर बेटे को किसी से खतरा था और वह हम लोगों को बताता तो आज उन्हें ऐसा दिन नहीं देखना पड़ता और बेटा हम सब लोगों के साथ रहता। हिन्दुस्थान समाचार/महमूद-hindusthansamachar.in

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