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स्वरूपरानी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को मिला मीरजापुर मेडिकल कॉलेज का प्रभार

- झांसी के प्राचार्य ने अधिक दूरी होने के कारण प्रभार हटाने को लिखा पत्र मीरजापुर, 02 जून (हि.स.)। जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज में पटना के डॉ शैलेश कुमार को प्राचार्य नियुक्त किया गया है। लेकिन एनओसी की औपचारिकता के चलते उनके आने में समय लग सकता है। इस वजह से शासन ने स्वरूपरानी मेडिकल कॉलेज प्रयागराज के प्राचार्य डॉ. एस.पी सिंह को यहां कॉलेज का अतिरिक्त प्रभार सौंपने का फैसला किया है। अभी तक जिले के मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य का प्रभार झांसी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. नरेंद्र सिंह तोमर के पास था। उन्होंने शासन को पत्र लिखकर मीरजापुर की अधिक दूरी को देखते हुए अनुरोध किया है कि उनसे मीरजापुर वापस ले लिया जाए। उनके पास झांसी के अलावा ललितपुर जिले में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज का प्रभार मिला है। विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रयागराज के प्रिंसिपल डॉ. एसपी सिंह के जिम्मे कम दूरी को देखते हुए इस जिले का प्रभार देने के लिए सहमत हो गए हैं। मण्डलीय अस्पताल के अंतिम सीएमएस होगें डॉ. कमल कुमार शासनादेश के अनुसार, जिले के अस्पताल को मेडिकल कॉलेज के अधीन कर दिया जाएगा। चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग ने इसी शर्त पर मेडिकल कॉलेज खोलने की सहमति दी थी, ताकि उसे अस्पताल बनवाने के लिए अतिरिक्त धन न खर्च करना पड़े। मेडिकल कॉलेज अब मण्डलीय अस्पताल का संचालन करेगा। इसी के साथ ही मण्डलीय अस्पताल की प्रशासनिक व्यवस्था अब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की बजाय चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के अधीन कर दिया गया। इस वित्तीय वर्ष से यह व्यवस्था लागू कर दी गयी है। मेडिकल कालेज प्राचार्य के जिले में कार्यभार ग्रहण करने के बाद मण्डलीय अस्पताल की पूरी व्यवस्था प्राचार्य को मिल जाएगी। मेडिकल कालेज का प्राचार्य अपने किसी वरिष्ठ चिकित्सक को मण्डलीय अस्पताल का चिकित्सा अधीक्षक नियुक्त कर सकेगा। ऐसे में डॉ. कमल कुमार मण्डलीय अस्पताल के अंतिम सीएमएस साबित होगें। डॉ. कमल कुमार की नियुक्ति चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से की गयी है। जबकि अब मण्डलीय अस्पताल चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के अधीन कर दिया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त

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