पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को युवाओं ने किया याद, स्मृतियों को संरक्षित करने के लिए पौधरोपण भी
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को युवाओं ने किया याद, स्मृतियों को संरक्षित करने के लिए पौधरोपण भी

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को युवाओं ने किया याद, स्मृतियों को संरक्षित करने के लिए पौधरोपण भी

वाराणसी, 08 जुलाई (हि.स.) । पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की 13वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को काशी के युवाओं ने उन्हें याद किया। युवा तुर्क नाम से अपने जीवन काल में प्रसिद्ध रहे पूर्व प्रधानमंत्री की याद में युवाओं ने पौधरोपण भी किया। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रसंघ पदाधिकारियों की ओर से परिसर स्थित गांधी अध्ययन पीठ सभागार में आयोजित संगोष्ठी व पौधरोपण कार्यक्रम में वक्ताओं ने चन्द्रशेखर के जीवन यात्रा पर प्रकाश डाला। गोष्ठी में शामिल बतौर मुख्य वक्ता जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति प्रो योगेंद्र सिंह ने कहा कि युवा तुर्क चन्द्रशेखर का सम्पूर्ण जीवन एक यात्रा रहा। चरैवेति-चरैवेति के सूत्र वाक्य से अनुप्राणित जीवन यात्रा एक युगद्रष्टा के समान है , बलिया जैसे पिछड़े क्षेत्र से निकलकर सीधे भारत की संसद में पहुंचे। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर ने आजीवन अपने जीवन मूल्यों से समझौता नहीं किया। उन्होंने गांव, गरीब, किसान, नौजवान को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। गोष्ठी के संयोजक छात्रसंघ उपाध्यक्ष किशन सिंह ने अतिथियों का स्वागत कर कहा कि युवाओं को युवा तुर्क से प्रेरणा लेनी चाहिए व उनके आदर्शो को अपने जीवन मे उतारना चाहिये। कार्यक्रम में बीएचयू के पूर्व छात्रसंघ महामंत्री डॉ सूबेदार सिंह ने भी विचार रखा। गोष्ठी के बाद अतिथियों ने पूर्व प्रधानमंत्री की याद में पौधरोपण भी किया। इस दौरान डॉ. सुमन कुमार ओझा, प्रो राहुल गुप्ता, शशिशेखर सिंह, मिलन राय, गौरव पटेल, रविभान सिंह आदि की भी खास मौजदूगी रही। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

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