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कुशीनगर के प्रमोदकांत को मिला साहित्य भूषण सम्मान

कुशीनगर, 26 फरवरी (हि.स.)। कुशीनगर के कसया ब्लाक के मठिया माधोपुर गांव के प्रमोद कांत मिश्र को उत्तर प्रदेश साहित्य संस्थान ने साहित्य भूषण सम्मान से नवाजा है। इन्होंने साहित्य सृजन का कार्य पुलिस सेवा में रहते हुए किया है। इनके सम्मानित होने से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। 10 अगस्त 1960 को जन्मे प्रमोद कांत श्रीकांत मिश्र के दूसरे नंबर के पुत्र हैं। एक आदर्श अध्यापक व किसान के रूप में जाने जाने वाले श्रीकांत मिश्र एवं माता रामसखी देवी की देखरेख में गांव के ही प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करते हुए उच्च शिक्षा प्राप्त किया और वर्ष 1982 में सब-इंस्पेक्टर के रूप में पुलिस विभाग में चयनित कर लिए गए थे। किशोरावस्था से ही प्रमोद कांत की रुचि साहित्य में रही। बुद्ध स्थली कुशीनगर स्थित बुध्द स्नातकोत्तर से उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले प्रमोद कांत ने संस्कृत, हिंदी और अंग्रेजी साहित्य को साधना शुरू कर दिया था। साहित्य प्रेम ने इन्हें विभिन्न आयोजनों और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और यहीं से इनके साहित्य सृजन का कार्य शुरू हो गया था। अपनी सेवा काल मे अनेक पदों को सुशोभित करते हुए न सिर्फ उत्कृष्ट व्यावसायिक दक्षता का परिचय दिया बल्कि कार्यकुशलता भी सिद्ध किया। प्रमोद कांत मिश्र ने वर्ष 2020 की 31 अगस्त को पुलिस उपाधीक्षक पद से सेवा निवृत्त हुए। बता दें कि अपनी सेवाकाल का एक लंबा अरसा इन्होंने श्रीराम जन्मभूमि पर बिताया और वहां पर कानून व्यवस्था को बनाये रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ये हैं प्रमुख रचनाएं वर्ष 1991 में प्रकाशित होने वाले आपके पहले काव्यसंग्रह 'निशांत' को काफी ख्याति मिली थी। हालांकि इस काव्य संग्रह को छायावादी कवियों से प्रभावित होना बताया गया था। वर्ष 19193 में प्रकाशित होने वाले 'आलोक शिखर' के प्रकाशित होने का बाद आपकी ख्याति में चार चांद लग गए। 1998 में प्रकाशित 'पगडंडियों से गुजरते हुए', वर्ष 2001 में प्रकाशित 'गुं गुरुभ्यो नमः', दो खंडों में क्रमशः वर्ष 2003 व 2004 में प्रकाशित 'इदं लोकाय' और वर्ष 2003 में प्रकाशित 'अमृत पुत्र' प्रमुख हैं। मिल चुुकेे है अनेक पुरस्कार-सम्मान साहित्य से व से जुड़े प्रमोद कांत को पहले भी अनेक पुरस्कार मिल चुके हैं। जिनमे भाऊराव देवरस न्यास द्वारा प्रताप नारायण मिश्र स्मृति युवा साहित्यकार सम्मान 1998, युवा विकास मंच फैज़ाबाद द्वारा उत्कृष्ट साहित्य सृजन युवा प्रतिभा सम्मान 1999, मानस सेवा समिति मोहन मंदिर अयोध्या द्वारा 'श्रीमानस सेवा समिति सम्मान 1999 तथा सनातन धर्म परिषद एवं तुलसी जन्मभूमि सुकरखेत विकास समिति द्वारा 'श्री तुलसी सम्मान 2002 शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/आमोद/दीपक

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