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बुधवार को पड़ेगा वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण, जाने किस राशि को होगा भारी

कासगंज, 24 मई (हि.स.)। 26 मई 2021 को इस बार का चंद्र ग्रहण कई मायनों में दुर्लभ है पहली बात तो ये ग्रहण वाले दिन ही सुपरमून कहलाएगा दूसरा ये खूनी लाल रंग का होगा, ये दोनों संयोग कई सालों में एक बार आता है। वैज्ञानिक इसे सुपर लूनर इवेंट कह रहे हैं क्योंकि सुपरमून होगा, ग्रहण भी होगा और चांद का रंग खूनी लाल रंग का दिखेगा आखिरकार इन सारी चीजों का मतलब क्या है? क्यों ये एक साथ हो रही हैं। ज्योतिष गौरव शास्त्री के अनुसार, यह चंद्रग्रहण 26 मई 2021 दिन बुधवार को वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगने जा रहा है इसलिए मुख्य रूप से वृश्चिक राशि के लोगों पर इस ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव होगा। वृश्चिक राशि में चंद्रमा नीच का होता है। चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। ऐसे में ग्रहण के दौरान वृश्चिक राशि के लोगों को मानसिक तनाव, भ्रम और अज्ञात भय हो सकता है। यह ग्रहण अनुराधा नक्षत्र में लगने जा रहा है जिसके अंतर्गत बहादुर और ताकतवर लोग, पार्टी लीडर, यूनियन के नेता, साधु, संतजन, प्रसिद्ध लोग, खरीफ की फसल आदि आते हैं। बृहत संहिता के अनुसार अनुराधा नक्षत्र का ग्रहण इन लोगों के लिए शुभ नहीं होता है इस ग्रहण के बाद जल, जंगल, स्वास्थ क्षेत्र में होगी बड़ी उठापठक इसके साथ ही अरुणाचल, पंजाब एवं पुर्वोत्तर के कुछ हिस्से में ग्रहण के बाद अगले कुछ दिनों तक ज्यादा सावधानी की आवश्यकता है। ग्रहण का कुछ राशियों पर पड़ सकता है अशुभ प्रभाव इसलिए इन्हें सावधान रहने की आवश्यकता है। -------------- मिथुन - चंद्रग्रहण के अशुभ प्रभाव के कारण मिथुन राशि के लोगों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है।इस दौरान आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें, वाद-विवाद का सामना करना पड़ सकता है। छोटे भाई बहनों से व्यवहार करते समय सतर्कता रखें अन्यथा संबंध खराब हो सकते हैं। ------------ सिंह - इस दौरान सिंह राशि के लोगों को अपने प्रेम संबंध को लेकर सावधान रहना होगा। चंद्रग्रहण के प्रभाव के कारण लव पार्टनर से संबंध बिगड़ सकते हैं। इसके साथ ही माता-पिता के साथ व्यवहार करते हुए संयम बरतने की जरूरत है। किसी मामले को लेकर माता-पिता से भिन्नता हो सकती है। -------------- कुंभ - चंद्र ग्रहण के अशुभ प्रभाव के कारण कुंभ राशि के लोगों की सेहत खराब हो सकती है। इस दौरान सिर में दर्द की समस्या हो सकती है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। साथ ही हर कार्य में सोचकर ही निर्णय लें। व्यवसाय में हानि का सामना करना पड़ सकता है। ------------ वृश्चिक - वृश्चिक राशि पर इस चंद्रग्रहण के अशुभ प्रभाव के कारण वृश्चिक राशि के लोगों को कार्यों में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस कारण करियर में परेशानियां आ सकती हैं। माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इसके अलावा वृश्चिक राशि के लोग वाद-विवाद में फंस सकते हैं, इसलिए जितना हो सके विवादों से बचकर रहें। ------------- यह ग्रहण दोपहर में करीब 2.18 बजे शुरू होगा और शाम के समय 7 बजकर 19 मिनट तक जारी रहेगा। --------- ग्रहण काल में क्या नहीं करना चाहिए 1. मान्यता है कि ग्रहण के दौरान तेल लगाना, जल पीना, बाल बनाना, कपड़े धोना और ताला खोलने जैसे कार्य नहीं करने चाहिए। 2. कहा जाता है कि ग्रहण काल में भोजन करने वाले मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उसे उतने सालों तक नरक में वास करना पड़ता है। 3. मान्यता है कि ग्रहण काल में सोने से व्यक्ति रोगी होता है। 4. चंद्र ग्रहण में तीन प्रहर का भोजन करना वर्जित माना जाता है। 5. ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल आदि नहीं तोड़ने चाहिए। 6. ग्रहण काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें 1. ग्रहण शुरू होने से पहले खुद को शुद्ध कर लें। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ माना जाता है। 2. ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है। 3. चंद्र ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए। 4. ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा शुभ फलों की प्राप्ति होती है। 5. ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी की पत्ती डालनी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/पुष्पेंद्र

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