राष्ट्रीय राजमार्ग में संग्रह केंद्र खोल प्राइवेट लठैतों से खनिज विभाग करवा रहा रवन्नों की जांच
राष्ट्रीय राजमार्ग में संग्रह केंद्र खोल प्राइवेट लठैतों से खनिज विभाग करवा रहा रवन्नों की जांच

राष्ट्रीय राजमार्ग में संग्रह केंद्र खोल प्राइवेट लठैतों से खनिज विभाग करवा रहा रवन्नों की जांच

- हाईवे में खुले खनिज संग्रह केंद्रों में हो रहीं गुंडा टैक्स की वसूली - अनुज यादव चित्रकूट,13 जून (हि.स.)। उतर प्रदेश के चित्रकूट जनपद का खनिज विभाग इन दिनों खासा सुर्खियों में है। विभाग द्वारा खनिज निदेशालय के कथित शासनादेश का हवाला देकर झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग में शिवरामपुर एवं भरतकूप-खोही सम्पर्क मार्ग में थाना के समीप दो संग्रह केंद्र खोले गये है। इन केंद्रों में प्रपत्र एमएम-11 की जांच और संग्रह करने की जिम्मेदारी प्राइवेट लठैतों को सौपी गई है। गुंडा टैक्स वसूल कर बिना रवन्ना के ओवरलोड गिटटी और बालू लदे ट्रकों को निकालना आम बात हो गई है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अनुज सिंह यादव ने जिला प्रशासन से हाईवे में अवैध तरीके से लगे खनिज बैरियर को समाप्त किये जाने एवं गुुंडा टैक्स की वसूली में लिप्त विभागीय अधिकारियों की भूमिका की जांच कराकर कार्रवाई किये जाने की मांग की है। गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी जैसे ज्वंलत समस्याओं के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बुंदेलखंड के सबसे पिछडा चित्रकूट जिला चित्रकूट खनिज सम्पदा से खासा समृद्ध है। भरतकूप का गौंडा और रौली कल्याणपुर गांव के पहाड एवं बागे और यमुना नदी कई दशकों से अवैध खनन का केंद्र रहीं है। खनिज विभाग एवं माफियों की सांठगांठ के चलते भारी भरकम पोकलैंड आदि मशीनों से रात-दिन हो रहे अवैध खनन से जिले के कई पहाड पाताल कुंड बन गये। वहीं नदियां सूखने की कगार पर है। जिले में खनिज विभाग का एक और कारनामा खासा सुर्खियों में है। विभाग द्वारा खनिज रवन्ना प्रपत्र एमएम-11 की जांच के लिए झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग में शिवरामपुर के समीप एवं भरतकूप-खोही सम्पर्क मार्ग में थाने के पास संग्रह केंद्र खोले गये है। इन दोनों खनिज बैरियलों में विभाग द्वारा 10-10 हजार रूपये के मानदेय पर शिवा तिवारी, पुष्पेंद्र कुमार, रमेश, राजा, अत्रि मुनि, कुलदीप एवं सुनील कुमार, कौशल किशोर तथा अनिल कुमार तिवारी आदि आधा दर्जन प्राइवेट लठैतों की तैनाती की गई है। खनिज विभाग के इन दोनों बैरियरों में प्रतिमाह करोड़ो का खेल होने के आरोप लग रहे है। तमाम शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी आंखे मूंदे हुए है। विभागीय संरक्षण में सक्रिय नटवरलालो का रैकेट बिना रायल्टी पर्ची के गिटटी और बालू से भरे ओवरलोड़ ट्रको की निकासी करा रहा है। चित्रकूट जिले के भरतकूप में करीब एक सैकडा के आसपास स्टोन क्रेसर संचालित है। इलाहाबाद, प्रतापगढ, मिर्जापुर, बनारस, कानपुर, फतेहपुर और लखनऊ आदि जिलों से रोजाना पांच सैकडा से अधिक ट्रक गिटटी और मोंरम ले जाने के लिए चित्रकूट आते है। गिटटी और मोरंम लोड़ करने के बाद ट्रक वालो को रायल्टी पर्ची लेना अनिवार्य है जिससे प्रदेश सरकार को राजस्व मिलता है। रायल्टी पर्ची की जांच के लिए शिवरामपुर और भरतकूप पर बाकायदा खनिज विभाग के बैरियर लगे है। जहां पर खनिज विभाग के कर्मचारियों की तैनाती भी है। लेकिन नटवर लालो का गैंग बिना रायल्टी पर्ची के ट्रको को निकालने में सक्रिय है। जिसमे खनिज विभाग की मिली भगत शमिल रहती है। फर्जी रायल्टी पर्ची और बिना रायल्टी पर्ची के ट्रको को बैरियर से निकाले जाने की तमाम शिकायते भी होती है लेकिन नतीजा सिफर ही रहता है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अनुज सिंह यादव का आरोप है कि भ्रष्टाचार और अपराध पर जीरों टोलरेंस की नीति पर चलने का दावा करने वाली भाजपा सरकार में खनिज विभाग चित्रकूट के शिवरामपुर और भरतकूप में प्राइवेट लठैट लगाकर गुंडा टैक्स की वसूली करा रहीें है। आरोप लगाया कि सर्वोच्च न्यायलय के आदेशों को ताक में रखकर खनिज विभाग द्वारा हाईवे में शिवरामपुर के पास बैरियल लगाया गया है। जिसमें प्राइवेट गुर्गो के माध्यम से खनिज विभाग द्वारा खुलेआम गुंडा टैक्स की वसूली कराई जा रहीं है। इसी वजह से उक्त बैरियल में सीसीटीवी कैमरे नही लगाये गये है। उन्होंने कहा कि गुंडा टैक्स वसूली के अडडे बने संग्रह केंद्र बंद हुए तो सपा आंदोलन के लिए बाध्य होगें। वहीं, इस मामले में अपर जिलाधिकारी जी0पी0सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराकर दोषी पाये जाने सम्बंधितों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। हिन्दुस्थान समाचार/रतन/मोहित-hindusthansamachar.in

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