झांसी,16 जनवरी (हि.स.)। किसान बिल को लेकर 19 जनवरी को होने वाली वार्ता यदि विफल रही तो 26 जनवरी को सांसद आवास के बाहर बैठ कर मुण्डन करायेगें और आन्दोलन में बलिदान हुए किसानों को श्रृद्धांजलि देगें। साथ ही जनता से आन्दोलन में कूदने के लिए प्रेरित किया जायेगा। यह भारतीय प्रजाशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. पंकज रावत ने बैठक को संम्बोधित करते हुए कही। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किसान बिल के विरोध में सड़क पर आने का निर्णय लिया साथ ही सरकार द्वारा किसानों की मांगों को न मानने को सरकार की हठ बताया। उन्होंने कहा कि 9 वीं वार्ता भी विफल हो जाने से किसानों और पूरे देश में निराशा का माहौल है। किसान आन्दोलन सिर्फ किसानों के लिए नहीं है ये तो आने वाली पीढ़ियों को भूख से बचाने का आन्दोलन है। यदि आज विरोध नहीं तो कल हमारे बच्चें दाने दाने को मोहताज हो जायेंगे। रावत ने कहा कि सरकार की मंशा है कि किसानों और व्यापारियों के मध्य से गरीब और मध्यम वर्ग हट जाये जो लाभ होना है वह सिर्फ व्यापारियों को हो। उन्होंने कहा कि 19 जनवरी की वार्ता विफल भी हो जाती है तो वह स्वंय 26 जनवरी को सांसद आवास के बाहर करायेगें। इस दौरान अमित यादव, आनन्द मुदगल, धरन शर्मा, राधारमण उपाध्याय, राकेश श्रीवास्तव, जय किशन गोस्वामी, पवन नायक, सुनील सैनी, पुष्पैन्द्र सिरोठिया, प्रताप वैध, श्रुति चडडा, नीरजा रावत, सुमन अहिरवार, मीना रायकवार, प्रीति साहू आदि उपस्थिति रहे। हिन्दुस्थान समाचार/महेश-hindusthansamachar.in