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मीरजापुर : कब मिलेगा शेरवां पहाड़ी को पर्यटन स्थल का दर्जा, नष्ट हो रहे किले के अवशेष

पहाड़ी में दबकर नष्ट हो रहे शेरवां किले के अवशेष मीरजापुर, 25 फरवरी (हि.स.)। कभी काशी राज्य में विशिष्ट स्थान रखने वाला मीरजापुर का शेरवां क्षेत्र महाभारत कालीन शासक राजा भुरीश्रवा की राजधानी के रूप में जाना जाता है। 52 बीघे में फैले शेरवां किले के अवशेष पहाड़ी में दब कर नष्ट हो रहे हैं। जबकि पहाड़ी क्षेत्र में ऐतिहासिक इमारतों के भग्नावशेष यत्र-तत्र बिखरे पड़े है। प्राचीन इमारतों के खण्डहर आज भी देखे जाते हैं। खण्डहरों के आसपास बिखरी नक्काशीदार कलाकृतियां पत्थरों पर खूबसूरत ढंग से उकेरी गयी है जिनमें जीवंतता की कोई कमी नहीं है। शेरवां पहाड़ी के ऊपर रामसागर धाम महाबीर पर हनुमान के पद चिन्ह, गुफाएं एवं कन्दराए आज भी विद्यमान हैं। लेकिन भारतीय पुरातत्व विभाग एवं सर्वेक्षण विभाग की उदासीनता से महत्वपूर्ण सांस्कृतिक अवशेष नष्ट हो रहे हैं। इसके विद्यमान रहने से इसकी प्राचीनता को एक नई पहचान मिलती। हालांकि यहां के ग्रामीणों ने केंद्र व प्रदेश की सरकारों से इसके विकास की मांग की लेकिन जनपद व प्रदेश के अधिकारियों ने पहाड़ी क्षेत्र का सर्वे कर ग्रामीणों को विकास का कोरा आश्वासन तो दिया पर अमलीजामा पहनाने के लिए अब तक कोई ठोस उपाय नहीं किए। गुरूवार को क्षेत्र के भाईपुर कला गांव के आलोक कुमार श्रीवास्तव ने केंद्र सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल को पत्र के माध्यम से राम सागर धाम के विकास, सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास की मांग पत्र के माध्यम से की। यहां के विकास के लिए शेरवां के पं हरिराम द्विवेदी, सिद्ध समाज इण्टरमीडिएट कालेज के प्रबंधक अरविंद चतुर्वेदी व भाईपुर कला गांव के आलोक कुमार श्रीवास्तव लगातार प्रयास कर रहे हैं। परिणामस्वरूप हनुमान मंदिर एवं रामसागर स्थल के पर्यटन विकास का कार्य जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समिति द्वारा अनुमोदित हो चुका है जो वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति के लिए पर्यटन निदेशालय को प्रेषित किया जा चुका है। वित्तीय सहायता मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना बनती दिखाई दे रही है। शेरवां पहाड़ी पर स्थित रमणीक स्थल के पास हनुमानजी, शिवजी मंदिर, प्रस्तर निर्मित किले की कलाकृतियां देखने से लगता है कि यह इलाका कभी काफी समृद्धि शाली रहा होगा। जो पुन: अपने विकास की बाट जोह रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/ गिरजा शंकर/दीपक

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