मीरजापुर : बेसिक स्कूलों में 423 अतिरिक्त शिक्षण कक्ष की आवश्यकता
मीरजापुर, 28 मई (हि.स.)। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में 423 अतिरिक्त शिक्षण कक्ष (एसीआर) की आवश्यकता है। एसीआर का निर्माण उन प्राइमरी स्कूलों में करवाया जाएगा, जहां छात्र संख्या ज्यादा है और शिक्षण कक्ष की कमी महसूस की जा रही है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में सर्व शिक्षा अभियान के तहत वार्षिक बजट के तहत प्रस्ताव में एसीआर की गई है। इसी प्रकार जिले के विभन्न प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के लिए 22 सामान्य शौचालय, जबकि 226 दिव्यांग शौचालय बनवाने का भी प्रस्ताव राज्य परियोजना कार्यालय को भेजा गया है। वित्तीय वर्ष में बेसिक शिक्षा विभाग का सुविधाओं के अवस्थापना के लिए बजट डिमांड कार्य योजना बनाकर शासन को भेजा गया है। नये वित्तीय वर्ष में जनपद के अलग-अलग ब्लाकों के प्राथमिक विद्यालयों पर छात्र संख्या का आंकलन करने के बाद अतिरिक्त शिक्षण कक्ष की डिमांड की गई है। प्राइमरी में चार, अपर प्राइमरी में 35 छात्रों के एक शिक्षण कक्ष में बैठने का मानक है। एक हजार 199 प्राइमरी, 208 यूपीएस व 396 कम्पोजिट विद्यालयों को मिलाकर कुल 103 स्कूलों में 22 स्कूल ऐसे हैं जिनमें शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है। साथ ही शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में दिव्यांग शौचालय भी हैं। काफी प्रयास के बाद भी 226 विद्यालयों के निर्माण का इंतजार है। चालू वित्तीय वर्ष में दिव्यांग शौचालयों के निर्माण का पूरा करने के लिए भी डीपीआर तैयार किया गया है। शासन से बजट आवंटन के बाद निर्माण कार्य कर सुविधाएं विकसित की जाएंगी। एसीआर को भेजा गया प्रस्ताव बीएसए मीरजापुर, गौतम कुमार ने कहा कि छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वित्तीय वर्ष में 423 एसीआर के निर्माण का प्रस्ताव बजट में डीपीआर बना कर भेजा गया है। कितने के लिए बजट का आवंटन होगा यह शासन स्तर से तय होगा। आवंटन के हिसाब से निर्माण करवाया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त