मुख्यमंत्री योगी बुन्देलखण्ड में मंगलवार को हर घर नल योजना का करेंगे शुभारंभ
मुख्यमंत्री योगी बुन्देलखण्ड में मंगलवार को हर घर नल योजना का करेंगे शुभारंभ

मुख्यमंत्री योगी बुन्देलखण्ड में मंगलवार को हर घर नल योजना का करेंगे शुभारंभ

लखनऊ, 29 जून (हि.स.)। बुन्देलखण्डवासियों को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को 'हर घर नल' योजना का शुभारम्भ करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री 2100 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शुभारम्भ करेंगे। इस अवसर पर भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुन्देलखण्ड के विकास को लेकर बेहद गम्भीर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में भारत के हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने वाली योजना का ऐलान किया था। इस योजना का नाम 'हर घर जल' रखा गया था। इसी योजना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य स्तर पर संचालित 'जल जीवन मिशन' से जोड़ने का फैसला किया है। खासतौर से उन्होंने इस क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या को देखते हुए योजना को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। इसी के तहत यहां के हर घल को नल से जोड़ने का काम किया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के हर गांव के हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचे इसके लिए चयनित कंसल्टेंट द्वारा 43 विभिन्न परियोजनाओं माध्यम से डीपीआर बनवाया गया। अब इस डीपीआर को कागज से धरातल पर उतारने की बारी है। बुन्देलखण्ड में 'हर घर नल' योजना की अनुमानित लगात 10,131.92 करोड़ रुपए है। इस परियोजना से बुन्देलखण्ड के 67 लाख लोग लाभान्वित होंगे। पहले चरण में महोबा, ललितपुर और झांसी की आबादी को पानी मिलेगा। अगले दो साल में विंध्य क्षेत्र में हर घर तक पानी पहुंचने लगेगा। बुन्देलखण्ड के ललितपुर, झांसी व महोबा की 770 ग्राम पंचायतों में सबसे पहले इस योजना में पानी देने की योजना तैयार की गई है। दरअसल बुन्देलखण्ड, विंध्य क्षेत्र के साथ इंसेफलाइटिस प्रभावित क्षेत्रों और आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित इलाकों में हर घर तक नल से जल पहुंचाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बुन्देलखण्ड में हर घर में नल से जल पहुंचाने की व्यवस्था की जाए, जिससे कोई भी प्यासा न रहे। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in