पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्त की 119वीं जयंती पर लखनऊ में 119 पौधों का रोपण

पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्त की 119वीं जयंती पर लखनऊ में 119 पौधों का रोपण
पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्त की 119वीं जयंती पर लखनऊ में 119 पौधों का रोपण

लखनऊ, 14 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्त की 119वीं जयंती पर राजधानी लखनऊ में बुधवार को 119 पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर हवन, प्रार्थना, भजन कीर्तन, पुष्पांजलि अर्पण तथा विभिन्न स्थानों पर भंडारों का आयोजन हुआ। साथ ही यूपी टीवी एसोसिएशन परिसर पान दरीबा में चंद्रभान गुप्त की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया गया।

चंद्रभानु गुप्त कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस अवसर पर महाविद्यालय में पुष्पांजलि कार्यक्रम किया गया तथा मदर टैरेसा चैरिटी मिशन मोहनलालगंज लखनऊ में कुष्ठ रोग पीड़ित रोगियों हेतु भंडारे की व्यवस्था की गई। चारबाग स्थित पान दरीबा में चंद्रभानु गुप्त के आवास पर भी जयंती के उपलक्ष्य में वृहद भंडारे का आयोजन किया गया।

कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ फिदा हुसैन अंसारी ने बताया कि स्वर्गीय गुप्ता सदैव जरूरतमंद लोगों के बारे में सोचते रहते थे। वह सदैव कुछ हटकर नया काम करते थे। उज्जवल रमण सिंह विधायक एवं कार्यवाहक अध्यक्ष मोती महल मेमोरियल सोसायटी लखनऊ तथा आरसी त्रिपाठी पूर्व महासचिव राज्यसभा व अध्यक्ष भारत सेवा संस्थान ने बताया कि चंद्रभानु गुप्त एक अच्छे ईमानदार छवि वाले राजनेता थे। वह सदैव विपक्ष का विशेष ध्यान रखते थे और अपने जीवन में जरूरतमंदों की सहायता करते थे।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. योगेश कुमार शर्मा ने कहा कि बड़ी मेहनत और भागदौड़ से कृषि महाविद्यालय की स्थापना 10 फरवरी 1995 में बाबू भगवती सिंह ने की थी। आज पूरे भारत में यह महाविद्यालय जाना जाता है और लगभग 15 राज्य के छात्र-छात्राएं यहां शिक्षा ग्रहण करते हैं। चंद्रभानु गुप्ता के जयंती पर मोती महल में भी कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ और वहां 119 पौधों का वृक्षारोपण किया गया।

महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ तेज प्रकाश सिंह ने बताया कि चंद्रभानु गुप्त कहा करते थे कि मेरा जीवन एक भिखारी जैसा है। उन्होंने अपने लिए कुछ भी नहीं रखा अपनी बनाई गई सारी सम्पत्ति संस्थाओं को दान कर दिया। आज उनके द्वारा संचालित संस्थाएं हजारों लोगों को रोजगार दे रही हैं। चंद्रभानु गुप्त कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी शिवमंगल चौरसिया ने बताया कि स्वर्गीय गुप्त ने मोती महल मेमोरियल सोसायटी, भारत सेवा संस्थान तथा शिक्षा समिति की स्थापना की थी। इन तीनों संस्थाओं की यूनिटों में हजारों लोगों को रोजगार मिला है।

चौरसिया ने बताया कि लखनऊ जिले के अलावा बाराबंकी एवं लखीमपुर में अस्पतालों की स्थापना की गई है, जिसमें हजारों लोगों का निःशुल्क इलाज किया जाता है। लखनऊ स्थित चंद्रावल में बीएसएस सीबी गुप्ता महाविद्यालय भी संचालित है। गुप्त द्वारा स्थापित बख्शी का तालाब इंटर कॉलेज के प्रबंधक एन के सिंह एवं प्रधानाचार्य डॉ केके शुक्ला ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री का बख्शी का तालाब से बहुत लगाव था और उन्होंने इस क्षेत्र में बाबू भगवती सिंह के सहयोग से शिक्षा की अलख जगाई थी, जिसका लाभ आज क्षेत्र के बहुत से छात्र- छात्राओं को मिल रहा है।

आयोजित कार्यक्रमों में चंद्रभानु गुप्त के पौत्र हरीश चंद्र गुप्त, मनोज गुप्ता, प्रपौत्र सौंर्य गुप्ता, प्रपौत्री पूजा गुप्ता, अनिल गुप्ता एवं अजय गुप्ता तथा भारत सेवा संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी आरके सिंह, महामंत्री डॉ जेएन मिश्रा, श्रीधर पांडे, धीरेंद्र प्रताप सिंह, सुमित कुमार साहू, सोनेलाल, जितेंद्र सिंह, राजेश सिंह, शिवदत्त सहित विभिन्न संस्थानों के कर्मचारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी

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