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विद्यार्थियों में नकारात्मकता दूर करने के लिए लखनऊ विवि करा रहा ऑनलाइन सांस्कृतिक कार्यक्रम

लखनऊ, 12 मई (हि.स.)। लखनऊ विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक बोर्ड ने "फेस्टास्टिक-2021" नाम से एक 5-दिवसीय ऑनलाइन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया है। यह कार्यक्रम कोरोना काल में छात्रों में सकारात्मकता फैलाने के लिए किया जा रहा है। इस संबंध में विश्वविद्यालय के प्रवक्ता प्रोफेसर दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि आज के समय में जब पूरा देश कोविड-19 के संक्रमण के दूसरे लहर से जूझ रहा है, ऐसे महत्वपूर्ण समय में छात्रों में सकारात्मकता फैलाने के लिए, जो घर पर चिंतित और व्यथित महसूस कर रहे हैं, इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम 11 को विभिन्न विषयों, विभागों और संबद्ध कॉलेजों से बड़ी संख्या में उत्साही प्रतिभागियों के साथ शुरू हुआ। इसमें गायन, पोस्टर मेकिंग, फोटोग्राफी, एकालाप अधिनियम, कहानी लेखन, नृत्य कार्यक्रम, ओपन माइक और अन्य सहित कई सांस्कृतिक गतिविधियां शामिल थीं। दूसरे दिन की सुबह के कार्यक्रम में 200 से अधिक प्रतिभागियों के साथ काव्यांजलि (कविता पाठ) संपन्न हुआ। प्रो. राकेश चंद्र (निदेशक, सांस्कृतिकी) और प्रो पूनम टंडन, डीन, छात्र कल्याण, ने अपने उत्साहवर्धक शब्दों के साथ इस आयोजन का शुभारंभ किया। आयुष शुक्ला, छात्र समन्वयक, सांस्कृतिकी, इस कार्यक्रम के आयोजक थे। इस आयोजन को आयुष त्रिपाठी और दिव्या तिवारी ने पर्याप्त आकर्षण और सकारात्मकता के साथ जोड़ा। कविता पाठ के लिए जूही तिवारी को विजयी घोषित किया गया। जय सिंह को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ जबकि शिवांशु त्रिवेदी और अभिषेक अनंग मिश्रा को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम का महत्वपूर्ण पक्ष यह भी रहा कि कविता पाठ कार्यक्रम में कई सारे कोविड पॉजिटिव और कोविड से ठीक हो रहे व्यक्ति भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े रहे। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें कार्यक्रम में शामिल होकर आइसोलेशन में रहते हुए भी सकारात्मक ऊर्जा महसूस हुई है। यह आयोजन संपूर्ण रूप से ऑनलाइन है और 15 मई तक हर दिन नए-नए कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम को ज़ूम के साथ-साथ लखनऊ विश्वविद्यालय के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र

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