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दौड़भाग भरी जीवनशैली से बढ़ रहे किडनी के मरीज, 26 मरीज किडनी डायलिसिस पर

- विश्व किडनी दिवस (11 मार्च) पर विशेष हमीरपुर, 10 मार्च (हि.स.)। दौड़-भाग भरी जीवनशैली ने गैरसंचारी रोगों को बढ़ावा दिया है। इन्हीं रोगों में से एक किडनी रोग भी है, जो इसी का नतीजा है। धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन करने वालों को किडनी रोग जल्दी पकड़ लेता है। नेशनल हेल्थ पोर्टल 2019 के अनुसार - विश्व में हर दस में से एक व्यक्ति किडनी रोग से पीड़ित है। वही लगभग विश्व भर में 850 मिलियन लोग विभिन्न कारणों से किडनी से संबंधित रोग से पीड़ित हैं। जिला अस्पताल में स्थित किडनी डायलिसिस यूनिट के नोडल अधिकारी डॉ.आरटी बनर्जी ने बुधवार को बताया कि हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को किडनी से संबंधित रोग होने की संभावना ज्यादा होती है। साथ ही ज्यादा शराब और धूम्रपान करने वाले लोगों को भी किडनी खराब होने की संभावना रहती है। बताया कि किडनी हमारे शरीर में उत्पन्न हुए जहर को बाहर निकालकर खून की सफाई का काम करती है। आज जबकि रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर और शुगर की बीमारी बढ़ रही है तो उससे किडनी के लिए भी परेशानी बढ़ गई है। वर्तमान में जनपद में 26 मरीज किडनी डायलिसिस पर है।डायलिसिस यूनिट के प्रभारी ज्ञानेंद्र गौतम ने बताया कि यूनिट में 6 मशीनें हैं और 10 बेड हैं। पर्याप्त इंतजाम है। सभी तरह की सेवाएं निरूशुल्क हैं। यूनिट खुलने के बाद से जो मरीज कानपुर-लखनऊ की दौड़ लगाते थे, उन्हें बहुत फायदा हुआ है। मार्च में दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है विश्व किडनी दिवस विश्व भर में किडनी से संबंधित रोगों को लेकर जागरूकता लाने के लिए मार्च माह के दूसरे गुरुवार को किडनी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में किडनी रोग और उससे सम्बंधित स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव को कम करने के लिए किडनी को स्वस्थ रखने हेतु जागरूकता बढ़ाना है। विश्व किडनी दिवस विश्व अन्तर्राष्ट्रीय सोसाइटी ऑफ़ नेफ्रोलोजी और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ किडनी फाउंडेशन की संयुक्त पहल है। किडनी खराब होने के लक्षण पेशाब में खून आना पेशाब में जलन होना और बार-बार आना पैरों व आँखों में सूजन आना शीघ्र थकान महसूस होना ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होना पेशाब की मात्रा में कमी होना ऐसे बचा जा सकता है किडनी की बीमारी से नियमित व्यायाम करें रोजाना तीन से चार लीटर पानी पीएं धूम्रपान, शराब के सेवन और फास्ट फूड से बचें खाने में नमक की मात्रा कम रखें दर्द की गोलियों का अनावश्यक सेवन न करें ब्लड प्रेशर व शुगर की नियमित जाँच कराएं 35 वर्ष की उम्र के बाद खून व पेशाब की जाँच अवश्य कराएं हिन्दुस्थान समाचार/ पंकज

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