kashi39s-scholar-scholar-prof-ramesh-kumar-dwivedi-dies-of-corona-wave-of-mourning
kashi39s-scholar-scholar-prof-ramesh-kumar-dwivedi-dies-of-corona-wave-of-mourning

काशी के प्रकांड विद्वान प्रो. रमेश कुमार द्विवेदी की कोरोना से मौत, शोक की लहर

वाराणसी, 30 मार्च (हि.स.)। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व श्रमण विद्या संकायाध्यक्ष, बौद्ध दर्शन के प्रकांड विद्वान प्रो. रमेश कुमार द्विवेदी भी कोरोना की भेंट चढ़ गये। प्रो. द्विवेदी कोरोना से संक्रमित हो गये थे। उनका इलाज गुड़गांव स्थित मेदान्ता मेडिसिटी अस्पताल में चल रहा था। होली के दिन इलाज के दौरान प्रो. द्विवेदी नें अन्तिम सांस ली। मंगलवार को उनके निधन की जानकारी विश्वविद्यालय में पहुंची तो शोक की लहर दौड़ गई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजाराम शुक्ल ने आयोजित शोक सभा में आचार्य द्विवेदी के निधन को संस्कृत जगत की अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि इस रिक्तता को भरना बहुत कठिन होगा। आज हम सभी अत्यंत दुखी और मर्माहत हैं। मूल रूप से ग्राम बरहरी,पोस्ट पिपरा,जनपद देवरिया (उत्तर प्रदेश) में 23 जुलाई 1960 में जन्मे प्रो रमेश कुमार द्विवेदी प्राच्य विद्या के क्षेत्र मे अग्रणी आचार्य थे। मध्यमा से आचार्य पर्यंत तक इसी विश्वविद्यालय से बौद्ध दर्शन विषय मे उपाधि प्राप्त करते हुये बौद्ध दर्शन मे ही विद्यावारिधि की उपाधि प्राप्त करने वाले प्रकांड विद्वान बने। संस्कृत,हिन्दी,अग्रेजी,पाली एवं प्राकृत भाषा पर समान अधिकार था। अध्ययन के उपरांत इस विश्वविद्यालय के प्राध्यापक,उपाचार्य एवं आचार्य पद पर नियुक्त हुए। विश्वविद्यालय के छात्रकल्याण संकायाध्यक्ष सहित अनेकों प्रशासनिक दायित्वों का सफलता पूर्वक निर्वहन किया। प्रो. द्विवेदी के कई राष्ट्रीय,अन्तरराष्ट्रीय जर्नल/पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित हुये हैं। इसके साथ ही बौद्ध शास्त्र में भी कई ग्रंथ लिखा था। श्रद्धांजलि देने वालों में कुलसचिव राजबहादुर, श्रमण विद्या संकायाध्यक्ष प्रो. रमेश प्रसाद, प्रो. रामपूजन पान्डेय, प्रो. जितेन्द्र कुमार, प्रो. प्रेम नारायण, प्रो. हरप्रसाद , डॉ. पद्माकर मिश्र आदि शामिल रहे। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in