kanpur-ignoring-the-united-nations-eddie-helpless-on-2253-corona-vaccine-wastage
kanpur-ignoring-the-united-nations-eddie-helpless-on-2253-corona-vaccine-wastage

संयुक्त राष्ट्र की अनदेखी कर रहा कानपुर, 2253 कोरोना वैक्सीन की बर्बादी पर एडी लाचार

— रख—रखाव में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से खफा अपर निदेशक — अपर निदेशक ने सीएमओ से कहा हो बेहतर प्रबंधन, बर्दाश्त नहीं होगी लापरवाही कानपुर, 25 फरवरी (हि.स.)। वैश्विक महामारी कोरोना के खात्मे के लिए भारत सहित कई देशों ने वैक्सीन को इजाद कर लिया है और भारत में कर्मियों को वैक्सीन लगने भी लगी है, लेकिन कानपुर में वैक्सीनेशन को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आयी है। स्वास्थ्य विभाग अब तक 2253 कोरोना वैक्सीन को बर्बाद कर चुका है, जो संयुक्त राष्ट्र की उस गुहार की पूरी तरह से अनदेखी है जिसमें उसने कहा कि विश्व के 130 देशों को कोरोना वैक्सीन इजाद करने वाले देश सहायता करें। कोरोना वैक्सीन की बर्बादी पर अपर निदेशक स्वास्थ्य ने अपनी लाचारी व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को बेहतर प्रबंधन किये जाने की बात कही। औद्योगिक शहर कानपुर में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार बेहद संजीदा है और पहले व दूसरे चरण का वैक्सीनेशन भी हो चुका है, लेकिन वैक्सीनेशन में स्वास्थ्य विभाग की इस कदर लापरवाही उजागर हुई कि अपर निदेशक स्वास्थ्य चिकित्सा डा. गिरीश मिश्रा बेहद खफा हैं। हो भी क्यों न, अब तक विभाग के रख—रखाव की खामियों से 2253 कोरोना वैक्सीन खराब हो चुकी हैं। इस पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अनिल कुमार मिश्रा कुछ भी कहने से बच रहे हैं। अपर निदेशक यानी एडी ने कहा कानपुर में कोरोना वैक्सीनेशन के प्रबंधन की जिम्मेदारी मुख्य चिकित्साधिकारी की है। इतनी मात्रा में वैक्सीन का खराब हो जाना कतई क्षम्य नहीं है और पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जांच रिपोर्ट शासन को भी भेजी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी विभागीय जिम्मेदारियों के साथ मानवीय पहलुओं का भी ख्याल रखें, क्योंकि वैश्विक महामारी कोरोना के खात्मे के लिए एक—एक वैक्सीन की अहमियत देश को है। सात फीसद खराब हुई कोरोना वैक्सीन शहर में कोरोना का ग्राफ गिरने के साथ ही वैक्सीनेशन भी चल रहा है और वैक्सीन की एक डोज के लिए शहरवासी उम्मीद लगाये हुए हैं, लेकिन अभी सरकारी फ्रंटलाइन कर्मियों को वैक्सीन लग रही है। इसमें भी लापरवाही सामने आ रही है और तय लक्ष्य के विपरीत कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में लाभार्थी नहीं पहुंच रहे हैं। इसलिए शहर में अभी तक 2253 से ज्यादा वैक्सीन की डोज बर्बाद हो गई है। अपर निदेशक ने बताया कि गाइड लाइन के अनुसार 10 फीसद वैक्सीन खराब होने का मानक है, लेकिन देश को इन दिनों वैक्सीन की बेहद जरुरत है। इसलिए कानपुर में कोरोना वैक्सीन की बर्बादी क्षम्य नहीं है। बताया कि सीएमओ से वार्ता की गयी है और निर्देशित किया है कि वैक्सीन का बेहतर प्रबंधन हो। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in