kanpur-countryside-fire-cars-will-not-be-able-to-fill-even-in-hours
kanpur-countryside-fire-cars-will-not-be-able-to-fill-even-in-hours

कानपुर देहात : आग लगी तो घण्टों में भी नहीं भर पाएगा फायर की गाड़ियां

कानपुर देहात, 04 अप्रैल (हि.स.)। जनपद के रसूलाबाद तहसील इलाके में करोड़ों रुपये की लागत से अग्नि शमन केंद्र बनाया गया है। बीते आठ महीने से यहां गाड़ियों में पानी भरने की सुविधा नहीं है। स्टेशन इंचार्ज ने अधिकारियों द्वारा बस आश्वासन देने की बात कही है। रसूलाबाद के विषधन मार्ग के थाना पुरवा और निभू के बीच कई करोड़ की लागत से एक अग्नि शमन केंद्र बनाया गया था। इस केंद्र के आस-पास के इलाकों में ग्रामीण और किसानों को काफी राहत की उम्मीद थी। गर्मी का मौसम चल रहा है और इस वक़्त आग लगने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। ऐसे में इस केंद्र से लोगों को राहत मिल सकती थी। लेकिन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा यह अग्निशमन केंद्र बस एक ढांचे की तरह सिर्फ खड़ा है। फायर स्टेशन के इंचार्ज राम सेवक गौतम बताते हैं कि पानी की टंकी को खराब हुए बीते आठ महीने से अधिक हो गया। इस केंद्र पर काम करने वाले लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक ओर आस पास का किसान गर्मी में होने वाली खेतों में अग्नि काण्ड जैसी घटनाओं से राहत की उम्मीद करता है। तो वहीं यह केंद्र खुद ही अपनी प्यास बुझाने को विवश है। राम सेवक ने बताया कि उनके पास एक छोटी मोटर लगी है, जिससे पानी भरने में एक घण्टे से ज्यादा का समय लग जाता है। अगर उसी दौरान घटना हो जाये तो बहुत बड़ी घटना हो सकती है और चाहकर भी फायरकर्मी समय से मौके पर नहीं पहुंच सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी लगातार अधिकारियों और उस ठेकेदार को लगातार दी जा रही है जिसने उसे बनाया है। आठ माह से सिर्फ आश्वाशन ही मिल रहा है। उन्होंने बताया यदि किसी तरह आगजनी जैसी घटनाओं की सूचना आती है तो उसके लिए रसूलाबाद जो छह किलो मीटर की दूरी पर है वहां भागना पड़ता तो कभी 12 किलो मीटर दूर मिण्डा कुआं के पास बनी दूध डेरी से पानी भरना पड़ता है। केंद्र और प्रदेश सरकार के सपनों का लग रहा पलीता केंद्र व प्रदेश सरकार एड़ी चोटी का जोर लगाकर एक ओर किसानों और गरीबों को सभी सुविधाओं को उपलब्ध करवाना चाहती है। वहीं कुछ गैर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के चलते उनके अपने टूट रहे हैं। सरकार लगातार नई-नई योजनाओं की सौगात लेकर आ रही है तो वहीं जमीनी स्तर पर बैठे सरकारी हुक्मरानों के आगे कई योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही हैं। देखने की बात यह है कि ऐसे गैर जिम्मेदार लोगों पर सरकार कब नकेल लगा पाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/अवनीश

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in