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कन्नौज : इत्र नगरी में एक ही शिवलिंग में विराजमान हैं भगवान शंकर का परिवार, दर्शन को उमड़ी भीड़

— जयघोष से गूंज रहे शिवालयें, गंगाजल, बेलपत्र, दूध, धतूरा आदि चढ़ाकर भक्तों ने मांगा आशीर्वाद कन्नौज, 11 मार्च (हि.स.)। कन्नौज के अति प्राचीन और शिव की शक्तिपीठों में से एक बाबा गौरीशंकर में महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ गुरुवार को भोर सुबह से ही बाबा के दर्शन के लिए उमर पड़ी। यहां भगवान शंकर अपने पूरे परिवार गणेश—कार्तिके एवं माता पार्वती के साथ एक ही शिवलिंग में विराजमान है, जिसके कारण भक्तों को इनके पूरे परिवार के दर्शन एक साथ हो जाते है। इस मंदिर की मान्यता है कि शिव के मस्तक पर विराजने वाली गंगा प्रत्येक तीन वर्ष में यहां आकर बाबा गौरी—शंकर का जलाअभिषेक करती है और इसके बाद वे अपने निर्धारित गंतव्य पर चली जाती है। यहां काफी दूर-दूर से भक्त शिव भगवान को जलार्चन करने आते हैं। हरदोई जिले के कई प्रसिद्ध मंदिरों और गोला गोकरननाथ खीरी से भी भक्त यहां कांवर लेकर आते हैं। जिला प्रशासन ने शिव भक्तों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की है। सीसीटीवी कैमरा के जरिए भीड़ पर नजर रखे हुए हैं। एक कंट्रोल रूम भी महाशिवरात्रि पर्व में आने वाली भीड़ को देखते हुए स्थापित किया गया है, जहां से सभी आने—जाने वाले शिव भक्तों पर पुलिस की नजर है। जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंध समिति की सहमति से यह निर्णय लिया गया था कि इस बार जूता—चप्पल रखने की व्यवस्था प्रसाद की दुकानों से हटाकर अलग की जाएगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि मंदिर में कोई भी श्रद्धालु बिना मास्क लगाए प्रवेश नहीं करेगा।कोविड-19 को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने इसके लिए विशेष स्वयंसेवक लगाए हैं ताकि भीड़ जमा ना होने पाए। मंदिर परिसर में आने और जाने के लिए बनी हुई सीढ़ियों को दो भागों में बांटा गया है और परिसर को भी रस्सियों का जाल बनाकर इस तरह नियंत्रित किया गया है कि श्रद्धालु एक ओर से जाएं और दूसरी ओर से दर्शन करके वापस निकल जाए, ताकि कहीं पर भीड़ जमा न हो सके। प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग लाइन की व्यवस्था की ताकि उन्हें दर्शन करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो सके। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा व एसपी प्रशांत वर्मा ने एक दिन पहले शांति कमेटी की मीटिंग बुलाकर अपील की कि कोविड-19 को देखते हुए मंदिर में ज्यादा भीड़ एकत्रित न होने दिया जाए। कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए। मंदिर के पुजारी ने बताया कि भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर के कपाट दर्शन के लिए देर रात ही खोल दिए गए थे ताकि भीड़ ना एकत्रित होने पाए। इसी प्रकार गंगा के किनारे गांव चौधरी जयपुर स्थित बाबा विश्वनाथ के मंदिर में भी आज सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी हुई है। प्रशासन ने वहां भी भक्तों की सुविधाओं के लिए विशेष व्यवस्था किए हुए है। हिन्दुस्थान समाचार/संजीव

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