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गाजियाबाद की कामाक्षी ने साइबर वल्र्ड में रचा इतिहास, एशिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स नाम दर्ज

गाजियाबाद, 19 फरवरी (हि.स.)। गाजियाबाद की बेटी कामाक्षी ने साइबर वल्र्ड में इतिहास रच दिया है। कामाक्षी ने साइबर क्राइम की रोकथाम पर जागरूकता के लिए एशिया में सबसे लंबा ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाकर अपना नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स में दर्ज कराया है। इससे पहले कामाक्षी ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स में भी अपनी जगह बनाई है। साइबर क्राइम के खिलाफ सबसे लंबा अभियान चलाने वाली कामाक्षी शर्मा का कहती है कि साइबर अपराध से लड़ने के लिए दुनिया के सभी देशों को एक प्लेटफार्म पर आना चाहिए। इस अपराध का दायरा अब एक देश तक सीमित नहीं रहा भारत के लोगों के साथ विदेशों में भी साइबर ठगी और अन्य अपराध हो रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि सभी देश की सुरक्षा एजेंसियां एक संयुक्त मंच तैयार करें। कामाक्षी कई देशों की पुलिस को ट्रेनिंग दे चुकी है। जिसमें भारत में ज्यादातर सभी राज्यों की पुलिस के साथ साइबर क्राइम को लेकर ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया है। पंचवटी कॉलोनी में रहने वाली कामाक्षी ने एशिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स में नाम दर्ज कराया है। कामाक्षी के पिता रघु शर्मा दिल्ली की कंपनी में सुपरवाइजर है और मां ग्रहणी है। उनकी 12वीं तक की पढ़ाई गाजियाबाद में ही हुई। इसके बाद उन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस में बीटेक की पढ़ाई पूरी की और साइबर क्राइम के क्षेत्र में काम करने लगी। वह श्रीलंका और दुबई में भी सुरक्षा एजेंसियों के साथ इन्वेस्टिगेशन में काम कर चुके हैं। कामाक्षी के माता-पिता भी उनके इस काम से बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान

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