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लेखपालों को लैपटाप से खतौनी बनाना हुआ आसान

- जिले के 350 लेखपालों को दिया गया है लैपटाप मीरजापुर, 22 जनवरी (हि.स.)। प्रदेश सरकार ने बेहतर कामकाज के लिए जिले के 350 लेखपालों में लैपटाप का वितरण कर दिया है। लेखपाल अब लैपटाप से राजस्व अभिलेखों का तुरंत सत्यापन करने में सक्षम हो गए हैंं। यहीं नहीं खतौनी आदि भी लेखपाल लैपटाप से तैयार कर भूमि स्वामियों को मुहैया करा रहे हैंं। प्रदेश सरकार ने लगभग पांच वर्ष पूर्व राजस्व रिकार्ड को आनलाइन करा दिया। जिले के राजस्व अभिलेख अब भूलेख एप पर क्लिक करते ही दिख जा रहा है। वहीं लेखपालों के कामकाज को सरल बनाने के लिए उन्हें लैपटाप भी मुहैया करा दिया है। जिले के चारों तहसीलों में 350 लेखपाल इस समय तैनात है। इन लेखपालों को लैपटाप के साथ ही इंटनेट कनेक्शन के लिए धनराशि भी मुहैया कराया जा रहा है। लैपटाप मिल जाने से लेखपालों को भी अब भारी-भरखम बस्ता ढोने से राहत मिल गयी। लेखपाल लैपटाप लेकर क्षेत्र में पहुंच जाते है और किसानों व भू-स्वामियों को जरूरी अभिलेख मौके पर ही मुहैया करा देते है। यहीं नहीं लैपटाप में राजस्व नक्शा भी संबंधित गांव का अपलोड कर दिया गया है। इससे मैनुअल नक्शा भी ले जाने की जरूरत नहीं होती है। सदर तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो विनोद सिंह का कहना है कि लैपटाप मिल जाने से कामकाज में थोड़ी राहत मिल गयी है, लेकिन जब लैपटाप खराब हो जाता है तो उसकी मरम्मत कराने की प्रक्रिया काफी लंबी है। इससे दिक्कतें होती है। शासन को इसकी सर्विसिंग प्रति वर्ष कराते रहना चाहिए। नेटवर्क के चलते होती है दिक्कत जिले के अधिकांश लेखपालों का कहना है कि लैपटाप से संबंधित दूसरी समस्या नेटवर्क को लेकर है। अक्सर गांवों में नेटवर्क बेहतर न होने के कारण दिक्कत होती है। शासन को नेटवर्क पर भी ध्यान देना होगा। बेहतर नेटवर्क के बगैर आन लाइन कामकाज निपटना काफी मुश्किल हो रहा है। युवा लेखपाल मोबाइल का भी कर रहे उपयोग नये लेखपाल लैपटाप ही नहीं बल्कि अपने स्मार्ट मोबाइल पर ही राजस्व अभिलेख डाउन लोड कर कामकाज निपटा ले रहे है। युवा लेखपालों के साथ ही वरिष्ठ लेखपाल भी अब धीरे-धीरे स्मार्ट मोबाइल से कामकाज करना सीख रहे है। हिन्दुस्थान समाचार/ गिरजा शंकर-hindusthansamachar.in

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