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कुशीनगर लोकरंग-2021 में अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय कलाकारों का होगा जमावड़ा

- दक्षिणी अफ्रीका के भोजपुरी गायक केमलाल, असम के बिहू व राजस्थान के मांगणियार की होगी प्रस्तुति कुशीनगर, 08 अप्रैल (हि.स.)। लोकरंग सांस्कृतिक समिति 14वां आयोजन 10-11 अप्रैल को जनपद के गांव जोगिया जनूबी पट्टी में करेगी। दक्षिण अफ्रीका के डरबन शहर के भोजपुरी गायकी व संस्कृति को जिंदा रखने वाले केमलाल चानलाल इस बार के आयोजन के मुख्य आकर्षण होंगे। वहीं, असम के बिहू व राजस्थान के मांगणियार की प्रस्तुति भी होगी। इस वर्ष का आयोजन भोजपुरी के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर भोलानाथ गहमरी और मशहूर लोक गायक मुहम्मद खलील की याद में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। गुरुवार को यह जानकारी समिति के अध्यक्ष सुभाषचन्द कुशवाहा ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि केमलाल की मां अपने पूर्वजों की 160 साल पूर्व की संस्कृति को जिन्दा रखे हुए थीं। उनके पूर्वज बिहार के किसी गांव से गिरमिटिया मजदूर के रूप में अंग्रेजों द्वारा दक्षिण अफ्रीका ले जाए गए थे। मां की प्रेरणा से केमलाल ने डरबन में भोजपुरी गायकी और संस्कृति को जिंदा रखा है। उन्होंने बताया कि लोकरंग 2021 में असम का बीहू नृत्य, नटरंग कल्चरल एसोसिएशन, द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। बीहू टीम की नेतृत्व असम की प्रमुख कलाकार संगीता बर्मन करेंगी। जैसलमेर से मांगणियार कलाकारों की अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त टीम ईमामदीन के नेतृत्व में पधार रही है। वहीं, बुन्देलखण्ड का राई नृत्य, कुशीनगर का फरुवाही नृत्य, वाराणसी का बिरहा गायन के अलावा दोनों रात के कार्यक्रम में लोक शैली के दो नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे। उर्मिलेश थपलियाल का नाटक ‘तुम सम पुरुष न मो सम नारी, परिवर्तन रंग मंडली, जीरादेई, सिवान की टीम प्रस्तुत करेगी। मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘बूढ़ी काकी’ का मंचन आजमगढ़ की सूत्रधार संस्था करेगी। उन्होंने बताया कि हिरावल पटना के जनगीतों से लोकरंग समारोह नई ऊंचाइयों को छुएगा, ऐसा अनुमान किया जा रहा है। बहुरुपिया कला को बचाने के प्रयास में जयपुर से राजू बहुरुपिया की टीम पधारी है, जिसको गांवों में भ्रमण कराकर बहुरुपिया कला से आम लोगों को परिचित कराया जा रहा है। कुशवाहा ने बताया कि लोकरंग में रंग घोलने का कार्य विगत कई वर्षों से गाजीपुर की संभावना कला मंच कर रही है। इस संस्था के सभी सदस्य देश के जाने-माने चित्रकार हैं और फाइन आर्ट के प्राध्यापक हैं। डाॅ. राजकुमार सिंह के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम ने लोकरंग परिसर को अद्भुत रंगों से संवारा है और संवारने में जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि इस मौके पर सामाजिक ताने-बाने, साहित्य, कला आदि विषयों पर संगोष्ठी भी आयोजित होंगे। इस अवसर पर ‘लोकरंग 2021’ पत्रिका का लोकार्पण भी होगा। हिन्दुस्थान समाचार/गोपाल

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