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72 घण्टे के भीतर किसानों को उपज का भुगतान किये जाने का निर्देश हास्यास्पद : कांग्रेस

-कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, किसानों के साथ एक और छलावा कर रही है योगी सरकार लखनऊ, 31 जनवरी (हि.स.)। किसानों को उनकी उपज का 72 घण्टे के अन्दर भुगतान किये जाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर उप्र कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डाॅ. उमा शंकर पाण्डेय ने पूरी तरह झूठा और हास्यास्पद बताया। रविवार को उन्होंने कहा कि यह किसानों के साथ एक और छलावा है। डाॅ. उमा शंकर पाण्डेय ने कहा कि योगी सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा निर्दयतापूर्वक बागपत में रात्रि में किसानों पर उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की गयी और बर्बर लाठीचार्ज कर किसानों को भगाकर आन्दोलन को समाप्त कराया गया, जिसमें तमाम किसान गंभीर रूप से घायल हुए। यही आदेश योगी सरकार ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस कप्तानों को दिया था। गाजीपुर बार्डर पर भी किसानों के आन्दोलन केा समाप्त कराने की पूरी तैयारी थी, किन्तु तमाम किसान नेताओं के संघर्ष, साहस और प्रबल विरोध के बाद यह संभव नहीं हो सका। प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली-गाजीपुर बार्डर पर केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा लागू किये गये तीन काले कृषि कानूनों को वापस लिये जाने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर विगत 70 दिनों से इस हाड़ कंपाने वाली ठण्ड में आन्दोलनरत अन्नदाता किसानों पर भाजपा सरकार द्वारा किये जा रहे दमन और उत्पीड़नात्मक कार्रवाई खुद ब खुद मुख्यमंत्री के किसानों के प्रति उदासीन और किसान विरोधी रवैये को उजागर करता है। उन्होने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने संकल्प पत्र में 14 दिनों के अन्दर गन्ना किसानों के बकाये भुगतान और भुगतान न होने की स्थिति में बकाये पर ब्याज सहित भुगतान करने का वादा किया था किन्तु योगी सरकार के चार वर्ष बीत रहे हैं और गन्ना किसानों का अभी तक बकाया भुगतान नहीं हो पाया है। आर्थिक तंगी के चलते किसानों को आत्महत्या तक करनी पड़ी है। बुन्देलखण्ड के दर्जनों किसानों ने भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते आत्महत्या कर ली है। हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र-hindusthansamachar.in

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