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गंगा समग्र में कार्य करने वाली संस्थाओं को जोड़ना होगा : सह सरकार्यवाह

प्रयागराज, 20 फरवरी (हि.स.)। पूरी दुनिया का हिन्दू समाज मां गंगा को श्रद्धापूर्वक आस्था की नजरों से देखता है। गंगा समग्र एक ऐसा मंच होगा, जिसमें गंगा के प्रति श्रद्धा रखने वाले लोगों को स्थान मिलेगा। कार्यकर्ताओं ने जिस प्रकार प्रयास किया है। उस प्रयास में गति लाने के लिए गंगा समग्र से ऐसी संस्थाओं को जोड़ना चाहिए, जो गंगा की अविरलता एवं निर्मलता के लिए कार्य कर रही हैं। यह बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने गंगा समग्र के अंतिम सत्र में छह राज्यों एवं 12 प्रांतों से आए हुए गंगा समग्र के 600 कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पूज्य संतों के बीच जाकर उनसे आग्रह करना होगा कि समाज में इस विषय को लेकर जागृति का भाव पैदा करना, समय-समय पर इस विषय की आवश्यकता का चिंतन करते हुए बैठक करना, जागरूकता के लिए सेमिनार आयोजित करना और अपने कार्य को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए मन में दृढ़ संकल्प का भाव पैदा करना। यह कार्य बहुत बड़ा है। संतों के आशीर्वाद एवं कार्यकर्ताओं की लगन से इसमें सिद्धि मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरसंघचालकजी के विचार अनुसार योजना बनाना एवं एक बड़ी बैठक की योजना तैयार करना है। यह पुण्य भूमि है यहां पर लिया गया संकल्प पूर्ण होता है। बैठक के अंत में गंगा समग्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र जायसवाल ने कहा कि कार्यकर्ताओं की लगन एवं दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर अविरल एवं निर्मल गंगा का संकल्प पूर्ण होगा। सभी कार्यकर्ता अपने मन में यह भाव सदा रखें कि समाज के सभी मत, पंथ, संप्रदाय के लोगों को इस मंच से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि यह शुभ अवसर है कि गंगा समग्र के प्रथम कार्यकर्ता संगम में 600 से अधिक कार्यकर्ता उपस्थित हुए एवं सर संघचालकजी का पाथेय हम सबको मिला। उसी ऊर्जा से हमें कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। अंत में सभी कार्यकर्ताओं को अविरल, निर्मल गंगा का संकल्प कराया गया। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त

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