लखनऊ, 07 जनवरी (हि.स.)। राजधानी को पॉलीथीन व प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने एक खास पहल की है। इसके तहत 'थैला बैंक' का शुभारम्भ किया गया है। लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से थैला बैंक के स्लोगन में कहा गया है कि कुछ भी खरीदने बाहर जब जायें, तो कपड़े का थैला घर से ले जायें। यहां कोई भी व्यक्ति स्टॉल पर 5 रुपये से लेकर 20 रुपये में कपड़े का थैला खरीद सकता है। थैला बैंक का दायरा बढ़ाते हुए शहर में जल्द ही विभिन्न सब्जी मंडियों और बाजारों में इन्हें लोगों को उपलब्ध कराया जायेगा। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने गुरुवार को बताया कि ये कपड़े के बैग स्वयं सहायता समूहों द्वारा सिले गए हैं। यह थैले शहर के विभिन्न बाजारों और मंडियों में स्टालों पर बेचे जाएंगे। जनता को पर्यावरण के प्रति जागरुक बनाने के लिए नगर निगम ने यह कदम उठाया है। सभी जगह स्टॉलों पर 5 रुपये से लेकर 20 तक का बैग उपलब्ध होगा। आमतौर पर लोग डिस्पोजेबल एवं प्लास्टिक की थैली सड़कों पर या खाली भूखंड फेंकते है। इसकी वजह से कूड़ा और प्रदूषण काफी बढ़ता है। वहीं कूड़े से पॉलीथीन खाने पर गाय आदि जानवरों को भी नुकसान पहुंचता है। ऐसे में ये नई पहल स्वच्छता और लोगों की सुविधा दोनों के लिहाज से अहम साबित होगी। थैला बैंक को प्रारम्भ करने उद्देश्य सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग समाप्त करना है। जनता को सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प उपलब्ध कराने के उद्देश्य के साथ कपड़े के थैले के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए यह मुहिम शुरू की गई है। महापौर संयुक्ता भाटिया ऐशबाग स्थित एवररेडी चौराहे पर थैला बैंक का शुभारम्भ भी कर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि अक्सर दुकानदार और जनता से फीडबैक मिलता था कि बाजार में विकल्प नहीं उपलब्ध हैं। इसके मद्देनजर अब नगर निगम ने प्लास्टिक थैली का विकल्प जनता के समक्ष उपलब्ध कराते हुए यह अहम कदम उठाया है। जल्द ही सभी लखनऊवासी अपनी नजदीकी सब्जी मंडी से इन कपड़ों के थैलों को खरीद सकेंगे। इससे जहां स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भरता मिलेगी, क्योंकि थैला बैंक के माध्यम से उन्हें रोजगार दिया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in