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मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने बाराबंकी में चिया की खेती करने वाले हरिश्चन्द्र के कार्य को सराहा

बाराबंकी, 28 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में जनपद के सेवानिवृत्त फौजी हरिश्चन्द्र द्वारा की जा रही चिया सीड की खेती को लेकर सराहा है। अपने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हेल्थ अवेयरनेस से जुड़े लोगों में चिया सीड की मांग काफी ज्यादा है। भारत में इसे पहले बाहर से मंगाया जाता था, लेकिन अब देश में चिया सीड उत्पादन में आत्मनिर्भरता आ रही है। बाराबंकी जिले में चिया सीड की खेती शुरू की गई है। फौजी की मेहनत इस खेती को भी बढ़ाएगी, साथ ही इससे देश को आत्मनिर्भर बनने में सहयोग भी मिलेगा। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिया सीड की खेती करने वाले जिस हरिश्चंद्र सिंह की बात की वह और कोई नहीं, बल्कि एक सेवानिवृत्त फौजी है। इस समय वह सुलतानपुर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी हैं। चिया सीड की खेती चीन में सबसे ज्यादा होती है। इसके बाद अमेरिका में भी इसे खाने के लिए उगाया जाता है। वहीं अभी तक देश के मंदसौर और नीमच में इसकी खेती होती थी। लेकिन अब बाराबंकी में पहली बार यह सिद्धौर के अमसेरूवा गांव में भी होने लगी है। चिया सीड की खेती करने वाले प्रगतिशील किसान हरिश्चंद्र सिंह ने कहा कि मन की बात में प्रधानमंत्री जी ने उनका नाम लिया, इसकी उन्हें काफी खुशी है। उन्होंने बताया कि चिया सीड की फसल रामदाना जैसी होती है जोकि 1500 से 1800 रुपये प्रति किलो की दर से बिकती है। प्रति बीघा 75 हजार का खर्च आता है और शुद्ध मुनाफा डेढ़ से दो लाख रुपये तक होती है। चिया सीड अंतरराष्ट्रीय बाजार से सिर्फ ऑनलाइन ही मंगाया जा सकता है। इसकी खेती के लिए जलवायु हल्की ठंडी होनी चाहिए। चिया सीड से लड्डू, चावल, हलवा जैसे व्यंजन बनते हैं, जो वीआइपी भोजन में इस्तेमाल होता है। उन्होंने बताया कि किसान परंपरागत खेती छोड़कर नए तरीकों की फसल उगाएं, इससे उन्हें काफी फायदा मिलेगा। हिन्दुस्थान समाचार/हरिराम/दीपक

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