In Hamirpur, the mercury rolled again at 6 degrees Celsius, vehicles kept crawling on the roads with fog.
In Hamirpur, the mercury rolled again at 6 degrees Celsius, vehicles kept crawling on the roads with fog.

हमीरपुर में फिर पारा 6 डिग्री सेल्सियस पर लुढ़का, कोहरे से सड़कों पर रेंगते रहे वाहन

-घना कोहरे के कारण दिन में लाइट जलाकर चले वाहन -ठंड और कोहरे से ठिठुरते रहे रिक्शा चालक व मजदूर हमीरपुर, 16 जनवरी (हि.स.)। हमीरपुर में शनिवार को फिर पारा 6 डिग्री सेल्सियस लुढ़कने से यहां सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। कोहरे की चादर से पूरा शहर ढक गया है। हालत यह है कि दिन में भी लाइट जलाकर वाहन सड़कों पर रेंगते रहे। कोहरे के कारण पांच फीट तक कुछ भी नजर नहीं आ रहा है। कोहरे की धुंध से हाइवे में भारी वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा है। भीषण ठंड और कोहरे के बावजूद स्कूल खुले रहे। मासूम बच्चे ठिठुरते हुये स्कूल जाने को मजबूर हुये। पिछले कई दिनों से जनपद में सर्दी सितम ढाये हुये है। तीन दिनों से तो कोहरे का कहर बरपने से जनजीवन ही अस्त-व्यस्त हो गया है। आज सुबह से ही घने कोहरे के कारण पांच फीट तक कुछ भी नजर नहीं आ रहा था इसीलिये दोपहिया और चैपहिया वाहनों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। कानपुर-सागर नेशनल हाइवे-34 में कोहरे के कारण रोडवेज बसों और ट्रकों की रफ्तार पर ब्रेक लगा है। हाइवे में वाहन लाइट जलाकर रेंगते नजर आये। आज यहां न्यूनतम पारा 6 डिग्री सेल्सियस तक नीचे लुढ़का है। जिससे दो जून की रोटी कमाने वाले कामगार ठिठुरते देखे गये। होटलों और चाय की दुकानों में सन्नाटा पसरा है। ठंड से बचने के लिये सड़कों किनारे टायर जलाकर लोग अलाव ताप रहे है। जिले के सुमेरपुर, मौदहा, राठ, कुरारा और सरीला क्षेत्र में ठंड से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। अबकी बार ठंड और कोहरे के कारण मौदहा, राठ और मुस्करा क्षेत्र के जंगलों में तमाम पक्षियों के मारे जाने की खबर है। कृषि वैज्ञानिकों ने जताया पाला पड़ने की संभावना मौसम वैज्ञानिक एसएन पाण्डेय व राजकीय कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक मो.मुस्तफा ने बताया कि शनिवार को अधिकतम पारा 18.7 डिग्री सेल्सियस पर रहने का अनुमान है वहीं 6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। रविवार को पारा फिर 5.5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे लुढ़कने का अनुमान है। सोमवार को न्यूनतम पारा 5.7 तथा अधिकतम पारा 20.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले तीन चार दिनों में बारिश होने की कोई संभावना नहीं है। किसान भाई सब्जी, पौधशाला में लगे पौधों को पालीथिन से ढककर रखे ताकि संभावित पाले से पौधों का बचाव हो सके। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/राजेश-hindusthansamachar.in

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