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पिछड़ा वर्ग के लिए कभी आरक्षित नहीं हुई इगोहटा प्रधान की सीट

बिदोखर मेदिनी सीट कभी नहीं हुई अनारक्षित, ग्रामीणों ने की डीएम से शिकायत हमीरपुर, 22 मार्च (हि.स.)। 1995 से लेकर 2021 तक 25 वर्ष के अन्तराल में इगोहटा में प्रधान का पद तीन बार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया। एक बार इसे अनारक्षित भी किया गया। लेकिन एक बार भी पिछड़ी जाति महिला या पुरुष के लिए आरक्षित नहीं किया गया। इस बात का यहां लोगों को भारी मलाल है। अभी प्रथम बार हुए आरक्षण में इगोहटा की सीट पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित की गई थी तो लोगों में प्रसन्नता दिखी थी किंतु दुबारा हुए आरक्षण में यह सीट अनारक्षित कर दी गई है। खास तौर पर पिछड़ा वर्ग के लोगों को निराशा हुई है। गौरतलब है कि आरक्षण का दौर शुरू होने पर 1995 में यहां क सीट अनुसूचित जाति के लिए, 2000 में भी अनुसूचित जाति के लिए 2005 में यह सीट अनारक्षित कर दी गई थी। 2010 मे यह सीट समान्य महिला के लिए आरक्षित की गई थी। 2015 में यह सीट तीसरी बार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई थी। 2021 में अब फिर से यह सीट अनारक्षित कर दी गई हैं। गांव के लोगों का कहना है कि यह कैसी आरक्षण प्रकिया है। तीन बार अनुसूचित जाति को मौका दिया गया एक बार सीट को समान्य कर दिया गया। अब फिर से अनारक्षित करके यह सीट समान्य कर दी गई है। 25 साल में पिछड़ा वर्ग को एक बार भी मौका न दिया जाना कहाँ तक उचित है। इसी तरह से ग्राम बिदोखर मेदिनी की सीट 25 साल के अन्तराल में कभी अनारक्षित नहीं की गई है। यहां 1995 में समान्य महिला, 2000 में समान्य महिला, 2005 में अनुसूचित जाति, 2010 में पिछड़ी जाति पुरुष, तथा 2015 यह सीट समान्य महिला के खाते में डाल दी गई। अब 2021 में यह सीट फिर पिछड़ी जाति के खाते में आ गई है। लोगों का कहना है कि 25 साल के अन्तराल में यह सीट अनारक्षित नहीं की गई है। इसके पूर्व हुए आरक्षण में यहां की सीट अनारक्षित की गई थी किंतु कोर्ट के आदेश से दुबारा हुए परिसीमन में अब इस सीट को पिछड़ी जाति के हवाले कर दिया गया है। लोगों का कहना है कि यह कैसी प्रक्रिया है तीन बार महिलाओ को मौका दिया गया। एक बार अनुसूचित जाति के पुरुष को तो एक बार पिछड़ी जाति के पुरुष को प्रधान बनने का मौका मिला किन्तु समान्य वर्ग के पुरुष को एक भी बार चुनाव लड़ने का अवसर ही नहीं मिल सका है। इस बात को लेकर लोगों में निराशा झलक रही है। लोगों का कहना है कि इसके पूर्व अभी हाल में जो आरक्षण जारी किया गया था वह बेहतर था। बिदोखर मेदिनी निवासी अशोक मिश्रा ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर इसकी शिकायत की है। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/दीपक

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