हरिहरानंद सरस्वती करपात्री स्वामी स्मृति पुरस्कार जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य को मिलेगा
वाराणसी, 24 फरवरी (हि.स.)। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में वर्ष 2021 का स्वामी हरिहरानंद सरस्वती (करपात्री स्वामी) स्मृति पुरस्कार इस बार अयोध्या के पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य "विद्याभास्कर" महाराज को दिया जायेगा। पुरस्कार के लिए बनी चयन समिति ने यह निर्णय लिया है। चयन समिति ने प्रसिद्ध सन्त, व्याकरण शास्त्र के उद्भट्ट पण्डित, दर्शन शास्त्र के अद्वितीय विद्वान एवं उत्कृष्ट काव्य रचनाकार होने के आधार पर पुरस्कार देने के लिए सहमति जताई है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजाराम शुक्ल ने बुधवार को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि "विद्याभास्कर" महाराज ने अनेको ग्रंथो एवं शास्त्रों को लिपिबद्ध किया है। खास बात यह है कि संत इसी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय के विद्यार्थी रहे है। सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार-प्रसार की तरफ उन्मुख होकर अपने सम्पूर्ण जीवन को वेद शास्त्रों,उपनिषद्, संस्कृत,संस्कृति एवं संस्कार को समर्पित किया है। अपने प्रवचनों,उद्बोधनों, पुस्तकों के जरिये मनुष्य के बौद्धिक प्रदूषण को दूर करने एवं मूल्यों की जागृति का प्रयास कर विश्व में सद्भाव एवं शान्ति की परिकल्पना को सत्य सिद्ध किये है। इनका जीवन एवं संदेश भक्ति,ज्ञान एवं कर्म के योग का आदर्श उदाहारण है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक