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मुख्यमंत्री कार्यालय की पहल पर दिव्यांग शिक्षक की जिन्दगी में लौटी खुशियां

- मिर्जापुर के दिव्यांग शिक्षक के घर पहुंचे जिलाधिकारी, तय की हर महीने आर्थिक सहायता - बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने का कार्य करते हैं दिव्यांग गोपाल खंडेलवाल लखनऊ, 19 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की पहल पर एक दिव्यांग शिक्षक की जिन्दगी में खुशियों ने दस्तक दी है। मिर्जापुर जनपद के ये दिव्यांग शिक्षक बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने का कार्य करते हैं। आर्थिक तंगहाली के कारण इनका गुजर बसर करना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में मुख्यमंत्री कार्यालय से इनकी जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी खुद शिक्षक के घर पहुंचे और हर महीने की आर्थिक सहायता की व्यवस्था की। इस संवदेनशीलता से शिक्षक बेहद गदगद हैं और आभार जता रहे हैं। मिर्जापुर के ग्राम पत्ती का पुरा निवासी गोपाल खंडेलवाल कमर के नीचे से पूरी तरह दिव्यांग हैं तथा बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने का कार्य करते हैं। उनके पास उपचार एवं जीवोपार्जन का कोई साधन नहीं है। उन्होंने ट्वीट करके अपनी व्यथा बयां की। इसके बाद सीएम कार्यालय की पहल पर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने शिक्षक गोपाल खंडेलवाल से दूरभाष पर वार्ता की, जिसमें उन्होंने बताया कि यदि उन्हें 5,000 रुपये की मासिक सहायता की व्यवस्था करा दी जाए तो उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा। इस पर जिलाधिकारी ने शुक्रवार को गोपाल खंडेलवाल के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की और रोटरी क्लब मिर्जापुर एलिट के सहयोग से इस माह फरवरी से जनवरी 2023 तक 6,000 रुपये प्रति माह की सहायता राशि लगातार दो वर्षों तक प्रदान किया जाना सुनिश्चित कराया। जिलाधिकारी के मुताबिक इस व्यवस्था के तहत दो वर्षों तक प्रत्येक महीने की 7 तारीख को 6,000 की सहायता राशि दवा एवं जीविकोपार्जन के लिए गोपाल खंडेलवाल के बैंक खाते में अंतरित की जाती रहेगी। इसी कड़ी में फरवरी की 6,000 रुपये की पहली किश्त आज ही उनको प्रदान भी कर दी गई। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के अंतर्गत नियमानुसार उच्च सहायता आदि भी दिव्यांग शिक्षक को उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय

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