हमीरपुरः निजीकरण के विरोध में 105 बैंकों में हड़ताल से 70.87 करोड़ का लेन देन प्रभावित
हमीरपुर, 16 मार्च (हि.स.)। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के तत्वावधान में मंगलवार को दूसरे दिन भी जनपद में 105 बैंकों में हड़ताल से 70.87 करोड़ का लेन देन प्रभावित हुआ। बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की। बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के राज्य उपाध्यक्ष एवं सह मण्डल सचिव कामरेड सुनील कुमार यादव ने कहा कि किसी भी दशा में बैंकों को पूंजीपतियों के हाथों बिकने नहीं दिया जायेगा। सरकार 1.75 लाख रुपये जुटाने के चक्कर में सरकारी बैंकों, एलआईसी, जीआईसी, रेलवे, बीएसएनएल आदि को पूंजीपतियों के हाथों बेचने जा रही है। जो सरकार के दीवालियापन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आज जितनी भी सरकारी योजनायें हैं, वह सभी केवल सरकारी बैंकों जरिये ही क्रियान्वित हो रही है। सरकारी बैंक सरकार के हर विकास के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था की धुरी बैंक और बैंकर्स के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को निजी हाथों में बेचने को तुली है। रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर ने भी कहा है कि सरकार की यह नीति देश हित में आत्मघाती सिद्ध हो सकती है। उन्होंने चेतावनी देते कहा कि यदि सरकार बैंक निजीकरण की कार्यवाही वापस नहीं लेती तो देश के 10 लाख अधिकारी व कर्मचारी समेत अन्य ट्रेड यूनियन के साथ चक्का जाम कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी। एसपीएस राठौर व प्रबल प्रताप सिंह ने कहा कि देश के सभी नौ यूनियन के अधिकारी और कर्मचारी एकजुट होकर किसी भी कीमत पर सरकार के मंसूबे सफल नहीं होने दिया जायेगा। इस मौके पर अंकेश, चन्द्र हासमनी त्रिपाठी, विमल, राजेन्द्र कुमार, बागेश तिवारी, प्रकाश कुमार, सौरभ सचान, नमित पालीवाल, मु.आमिर, दिनेश, अनिल गुप्ता, अभिषेक, राज गौरव त्रिवेदी, संदीप अवस्थी व भास्कर तिवारी समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/विद्या कान्त