good-days-for-the-ramjanaki-temple-of-chandel-period-now-tourism-related-work-will-be-done
good-days-for-the-ramjanaki-temple-of-chandel-period-now-tourism-related-work-will-be-done

चंदेलकालीन रामजानकी मंदिर के आये अच्छे दिन, अब होंगे पर्यटन संबन्धी कार्य

- करोड़ों की कार्ययोजना को मंजूरी मिलने के बाद मंदिरों और प्राचीन तालाबों का होगा कायाकल्प पंकज मिश्रा हमीरपुर, 09 अप्रैल (हि.स.)। जिले में करीब एक एकड़ क्षेत्रफल के दायरे में स्थित सैकड़ों साल पुराने चंदेलकालीन शैली में निर्मित रामजानकी मंदिर और महादेव मंदिर समेत अन्य धरोहरों के अब अच्छे दिन आ गये है। शासन ने मंदिर को चमकाने के लिये फिलहाल पचास लाख की धनराशि अवमुक्त कर दी है। मौदहा विकास खंड क्षेत्र में करीब दस हजार की आबादी वाले खंडेह गांव का एतिहासिक रामजानकी मंदिर के लिये बुन्देलखण्ड और आसपास के क्षेत्रों में विख्यात है। ये मंदिर चंदेलकालीन शैली में निर्मित है। कानपुर-बांदा एनसीआर में अकौना रेलवे स्टेशन खंडेह ग्राम का स्टेशन है। यहां से खंडेह गांव तक पक्का मार्ग भी बना है। स्टेशन से खंडेह गांव के दर्शनीय स्थल लगभग छह फलांग दूरी पर स्थित है। इस गांव में सैकड़ों साल पुराना राम दरबार का मंदिर करीब एक एकड़ क्षेत्रफल में बना है। राम दरबार मंदिर तत्कालीन जमींदार चंदीदीन दुबे ने बनवाया था। इसमें राम लक्ष्मण और सीता की अष्टधातु की बहुमूल्य मूर्तियां विराजमान है। मंदिर निर्माण में कई कथानक भी जुड़े है। इन मंदिरों में सम्पूर्ण महाभारत, रामायण व कृष्ण लीला के प्रसंग चित्रित देख लोग हतप्रभ हो जाते है। पुरातत्व विभाग झांसी के क्षेत्रीय अधिकारी डा.एसके दुबे ने बताया कि मंदिर के चारों ओर बाउन्ड्रीवाल बनवायी जायेगी साथ ही कालिंजर से लेकर खंडेह तक साइन बोर्ड लगवाये जा चुके है। मंदिर के सरवराहकार प्रद्युम्न कुमार उर्फ लालू दुबे ने शुक्रवार को बताया कि पर्यटन विभाग ने खंडेह के मन्दिरों और तालाबों को विकसित करने के लिये पिछले साल करोड़ों रुपये की एक कार्ययोजना शासन को भेजी थी जिसमें अभी तक धनराशि का आवंटन नहीं किया गया है। लेकिन मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत 50 लाख की धनराशि जरूर अवमुक्त हो गयी है। बताया कि पर्यटन विभाग ने सिर्फ मंदिर और आसपास साइन बोर्ड लगा रखे है। बताया कि मंदिरों से जुड़े तालाबों के सुन्दरीकरण कराकर इसे पर्यटन स्थल बनाये जाने से सरकार को भी फायदा होगा। 722.45 लाख की लागत से मंदिर में होंगे पर्यटन सबन्धी कार्य खंडेह गांव में चंदेलकालीन शैली में बने रामजानकी मंदिर स्थल पर पर्यटन सम्बन्धी विकास कार्य कराये जाने के लिये पिछले साल 405.09 लाख रुपये की लागत से कार्ययोजना पर्यटन विभाग ने तैयार करायी थी। इसके अलावा महादेव मंदिर को भी चमकाने के लिये 317.36 लाख रुपये की योजना तैयार हुयी थी। ये कार्ययोजनायें उत्तर प्रदेश कारपोरेशन लिमिटेड बांदा ने बनायी थी। बताते है कि मंदिरों में पर्यटन के कार्य कराये जाने के लिये पर्यटन विभाग ने कार्ययोजनायें शासन को पिछले साल भेजी थी लेकिन अभी तक शासन ने मंजूरी नहीं दी है। उपनिदेशक पर्यटन झांसी आरके रावत ने आज बताया कि शासन से मंजूरी मिलने के पर कार्य शुरू कराये जायेंगे। मंदिर के सरवराहकार प्रद्युम्न कुमार उर्फ लालू दुबे ने बताया कि मंदिरों के जीर्णाेद्धार कराने के साथ ही मंदिर से लगे प्राचीन तालाबों और घाटों के निर्माण कराये जाने के अलावा मंदिर तक सम्पर्क मार्ग बनाये जाने पर यहां पर्यटक आकर्षित होंगे। हिन्दुस्थान समाचार

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in