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अंग्रेजी का घर कर जाना संस्कृति की दृष्टि से ठीक नहीं - हृदय नारायण दीक्षित

- कहानी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार विजेता बने कृष्ण कुमार कनक, कविता प्रतियोगिता में शिवांगी तिवारी और निबन्ध प्रतियोगिता में अंकिता श्रीवास्तव को मिला पहला स्थान लखनऊ, 28 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के तत्त्वावधान में हिंदी भवन के यशपाल सभागार में रविवार को अभिनन्दन पर्व-2019 आयोजित किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उप्र विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि भाषा जितनी दूर तक जाती है, वहां-वहां अपनी संस्कृति जाती है। अंग्रेजी का घर कर जाना भाषा की दृष्टि से तो ठीक हो सकता है, लेकिन संस्कृति की दृष्टि से ठीक नहीं है। हिन्दी केवल एक विषय नहीं है वह हमारी रहन-सहन शैली, आचार-व्यवहार बोलचाल की भाषा है। उन्होंने कहा कि बच्चों से कैसे बातचीत हो, यह मनोविज्ञान की बहुत बड़ी चुनौती है। यह बात बच्चे की मां जानती है। बाल साहित्य के सर्जकों ने अपने मन में बच्चों से अवश्य संवाद किया होगा। बच्चों के लिए कुछ लिखना मां हो जाना है। उनके अन्दर खिलता बंसत और आषाढ़ हो जाना, उन्हें रसिक्त करे यही शुभकामना है। समारोह की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ सदानन्दप्रसाद गुप्त ने कहा कि बाल साहित्य की रचना करना अत्यन्त कठिन कार्य है। साहित्य को सहज शिल्प में रोचक ढ़ग से प्रस्तुत करना होता है। इतिहास लेखन कार्य श्रम, समय और धैर्य कार्य साध्य है। चिन्तन अपनी ही भाषा में कर सकते हैं। इजराइल का उदाहरण देते हुए उन्होंने अपनी भाषा के प्रति अस्मिता बोध को जाग्रत करने की बात कही। इस मौके पर हिन्दी संस्थान द्वारा वर्ष 2020 में आयोजित कहानी, कविता एवं निबन्ध प्रतियोगिता से पुरस्कृत युवा रचनाकारों को उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र व धनराशि भेंट कर पुरस्कृत किया गया। कहानी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार कृष्ण कुमार कनक, फिरोजाबाद, द्वितीय पुरस्कार धनराशि राजेश कुमार, बरेली को दिया गया। कविता प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार शिवांगी तिवारी, चित्रकूट, द्वितीय पुरस्कार प्रखर पाण्डेय, हरदोई को मिला। निबन्ध प्रतियोगिता में प्रथम अंकिता श्रीवास्तव, कानपुर, द्वितीय पुरस्कार सृष्टि पाण्डेय को दिया गया। बाल साहित्यकारों का उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र व इक्यावन हजार की धनराशि भेंट कर पुरस्कृत किया गया। सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान से किरन सिंह, बलिया, अमृत लाल नागर बाल कथा सम्मान से डाॅ दयाशंकर मौर्य रत्न, प्रतापगढ़, शिक्षार्थी बाल चित्रकला सम्मान से सुशील दोषी (सुशील कुमार), लखनऊ, लल्ली प्रसाद पाण्डेय बाल साहित्य पत्रकारिता सम्मान से डाॅ अरविन्द कुमार साहू, रायबरेली, डाॅ रामकुमार वर्मा बाल नाटक सम्मान से गुडविन मसीह, बरेली, कृष्ण विनायक फड़के बाल साहित्य समीक्षा सम्मान से आचार्य नीरज शास्त्री (शिवदत्त चतुर्वेदी), मथुरा, जगपति चतुर्वेदी बाल विज्ञान लेखन सम्मान से अजय गुप्त, शाहजहाँपुर एवं उमाकान्त मालवीय युवा बाल साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र

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