गाजियाबाद: नगर निगम के विकास कार्यों की गुणवत्ता की निगरानी भगवान भरोसे
-43 अवर अभियन्ताओं का काम तीन अभियंताओं के कन्धों पर गाजियाबाद, 09 जनवरी (हि.स.)। गाजियाबाद नगर निगम में होने वाले विकास कार्यों की गुणवत्ता की जांच की निगरानी भगवान भरोसे पर है। यहां 100 वार्ड हैं और 110 पार्षद। एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट है। लेकिन यहां मात्र तीन अवर अभियंता ही तैनात है जबकि मानकों के अनुरूप यहां 43 अवर अभियंता तैनात होने चाहिए। मुरादनगर के श्मशान हादसे के बाद शहर का हर विभाग अब अपने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की निगरानी को लेकर चिंतित है। इसका कार्य क्षेत्र भी दो विधान सभाओ के बराबर है। साहिबाबाद और गाजियाबाद सदर दो विधान सभा क्षेत्र नगर निगम सीमा में आते हैं। एक मोटे अनुमान के मुताबिक नगर निगम में सौ वार्ड हैं और इनमें कोई न कोई प्रोजेक्ट चलता रहता है। मात्र तीन जूनियर इन्जीनियर इतने बडे़ क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में चल रहे निर्माण प्रोजेक्ट की गुणवत्ता पर कैसे निगाहबानी कर सकता है। अभी हाल में राज्य के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ हरियाणा जाते हुए जब हिन्डन एयरपोर्ट पर कुछ क्षणों के लिए रुके हुए थे तो गाजियाबाद के ताजा हालात पर उन्होंने प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से खुलकर बातचीत की। उन्हें नगर निगम में जेई की मैन पावर के बारे में अवगत कराया तो वह भी एक बार सकते में पड़ गये। इस संबंध में नगर निगम के मुख्यअभियंता मोइनुद्दीन ने नगर आयुक्त को भी जेई की संख्या को लेकर अपनी चिन्ता व्यक्त की थी और उन्हें बताया था कि शहर में इतनी बड़ी संख्या में चल रहे निर्माण प्रोजेक्ट की गुणवत्ता की तकनीक परख करने की जिम्मेदारी जूनियर इन्जीनियर पर होती है। नगर निगम में इस समय मात्र तीन जूनियर इन्जीनियर ही कार्य कर रहे हैं। इसको लेकर नगर आयुक्त का कहना है कि स्थिति से शासन को अवगत करा दिया गया है। उम्मीद है जल्द ही स्थिति ठीक हो जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली-hindusthansamachar.in